Chandigarh News: पटवारी और कानूनगो की हड़ताल पर मुख्यमंत्री मान की वाॅर्निंग, कहा- सभी को किया जाएगा बर्खास्त
भगवंत मान ने पटवारियों और कानूनगो की ओर से रिश्वत मामले में फंसे एक पटवारी के हक में कलम छोड़ो हड़ताल की धमकी पर मुख्यमंत्री ने उन्हें बर्खास्त करने की चेतावनी दी है। पटवारियों और कानूनगो ने कलम छोड़ो हड़ताल की धमकी दी थी जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी कलम छोड़ हड़ताल पर जाने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन कलम लौटाना है या नहीं यह सरकार तय करेगी।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Mann) ने पटवारियों और कानूनगो की ओर से रिश्वत के मामले में फंसे एक पटवारी के हक में कलम छोड़ो हड़ताल की धमकी पर मुख्यमंत्री ने उन्हें बर्खास्त करने की चेतावनी दी है। पटवारियों और कानूनगो (Patwari And Kanungo Strike) ने कलम छोड़ो हड़ताल की धमकी दी थी जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी कलम छोड़ हड़ताल पर जाने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन कलम लौटाना है या नहीं यह सरकार तय करेगी।
मुख्यमंत्री ने यह चेतावनी अपने ट्विटर हैंडल पर देते हुए कहा कि राजस्व अधिकारियों की मनमानी से लोगों को होने वाली परेशानी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सीएम मान ने कहा प्रदेश में बड़ी मात्रा में बेरोजगार
उन्होंने कहा कि डी.सी कार्यालयों में राजस्व अधिकारियों सहित कर्मचारी हड़ताल पर जाने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन आम लोगों की परेशानी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये अधिकारी कलम छोड़ हड़ताल पर जाने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन फिर राज्य सरकार फैसला करेगी कि कलम लौटाना है या नहीं।
मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित हड़ताल तो 11 सितंबर से लेकर 13 सितंबर तक की जानी को देखते हुए उन्हें कार्रवाई की चेतावनी दी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा हैं, जो हाथ में कलम लेकर प्रदेश की सेवा करने को तैयार हैं।
पंजाब सरकार राज्य से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए प्रतिबद्ध
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने हितों के लिए या भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे लोगों के समर्थन में कलम छोड़ हड़ताल न करें। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंजाब सरकार राज्य से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार से बिल्कुल भी न निपटने की नीति अपनायी है। मान ने स्पष्ट किया कि व्यापक जनहित में व्यवस्था को पारदर्शी, स्वच्छ और प्रभावी बनाने के अभियान में न तो भ्रष्ट तत्वों और न ही उनके किसी भी समर्थक को बख्शा जाएगा।
11 से 13 सितंबर को की जाएगी कलम छोड़ो हड़ताल
उधर, यूनियन के प्रधान तेजिंदर सिंह नंगल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने छह जून को उन्हें मांगों संबंधी मीटिंग की थी लेकिन इस बैठक में मानी गई मांगों को भी पूरा नहीं किया गया है जिस कारण पूरे प्रदेश में 11 सितंबर से लेकर 13 सितंबर तक कलम छोड़ो हड़ताल की जाएगी। काबिले गौर है कि एक बार पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों ने राज्य के सभी पटवारियों को इसी तरह से बर्खास्त कर दिया था।
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