चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: मतदान के लिए नहीं होगा वीवीपैट का इस्तेमाल, काग्रेंस को छेड़छाड़ की टेंशन
Chandigarh MC Polls चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में इस बार वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल नहीं होगा। इसको लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। इस संबंध में कांग्रेस ने चुनाव आयोग चंडीगढ़ को पत्र लिखा है। पत्र में चुनाव में वीवीपैट का उपयोग न करने चिंता व्यक्त की है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Chandigarh MC Polls: चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में इस बार वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल नहीं होगा। इसको लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। इस संबंध में कांग्रेस ने चुनाव आयोग चंडीगढ़ को पत्र लिखा है। पत्र में चुनाव में वीवीपैट का उपयोग न करने चिंता व्यक्त की है। कांग्रेस ने चुनाव के 13 दिन पहले ही पूरे शहर में बिखरे हुए स्ट्रांग रूम में ईवीएम बांटने पर भी आपत्ति जताई और इस पूरे मामले को संदेहास्पद बताया है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इस संबंध में तुरंत कदम उठाते हुए पूरी प्रक्रिया को अपडेट करते हुए आधुनिक ईवीएम मशीनों का उपयोग यकीनी बनाने की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयुक्त के ओएसडी को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है।
कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने कहा कि ईवीएम सीयू के साथ वीवीपैट मशीनों का प्रयोग क्यों नहीं हो रहा है। राज्य चुनाव आयोग ने 19 दिसंबर को पश्चिम बंगाल में होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों में वीवीपैट के इस्तेमाल की अनुमति दी है। ऐसा बंगाल के मतदाताओं में चुनावी प्रक्रिया की सच्चाई के बारे में विश्वास पैदा करने के लिए किया गया है। हैरानी की बात यह है चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में बिना वीवीपैट के ईवीएम के उपयोग के साथ करवाए जा रहे हैं।
कांग्रेस ने कहा कि चिंता का विषय यह था कि राज्य चुनाव आयोग मतदान प्रक्रिया के लिए अप्रचलित और एम-2 प्रकार की ईवीएम मशीनों का उपयोग कर रहा है, जो कि 2006 से पहले उपयोग में थीं। पत्र में इस बात को लेकर स्पष्ट सवाल पूछा गया है कि आखिरी चुनाव में पुरानी पड़ चुकी ईवीएम मशीनों का उपयोग क्यों किया जा रहा है। अगर इनबिल्ट वीवीपीएटी से जुड़ी आधुनिक एवं एडवांस्ड एम-3 ईवीएम की कमी थी तो उनका प्रबंध किया जाना चाहिए।
चावला ने कहा कि जब स्थानीय निकाय के चुनाव केवल बंगाल और चंडीगढ़ में हो रहे हैं, तो नई एम-3 ईवीएम की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। एडवांस्ड एम-3 ईवीएम पूरी उपलब्धता के बावजूद चुनाव आयोग ने अप्रचलित एम-2 ईवीएम का उपयोग करने का निर्णय लिया है और वह भी बिना वीवीपैट के जो कि पूरे मामले को संदेहास्पद बना रहा है। सभी मतदाताओं के बीच चुनाव की निष्पक्षता और निष्पक्षता प्रदर्शित करने की आवश्यकता को ध्यान में रखे बिना इस तरह का निर्णय मनमाने ढंग से लिया गया है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि चंडीगढ़ कांग्रेस इस बात से भी चिंतित है कि राज्य चुनाव आयोग ने सभी वार्डों से संबंधित सभी ईवीएम को एक केंद्रीय और सुरक्षित स्ट्रांग रूम में रखने की पुरानी प्रथा का पालन करने से इनकार कर दिया है। राजनीतिक दलों के लिए एक जगह स्थित ईवीएम की सुरक्षा करना आसान हो गया था। हालांकि, राज्य चुनाव आयोग ने आश्चर्यजनक रूप से पूरे शहर में अलग-अलग स्थानों पर ईवीएम रखने का फैसला किया है, जिससे पार्टियों के लिए उनकी सुरक्षा करना मुश्किल हो गया है।
चंडीगढ़ कांग्रेस ने मांग रखी कि चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में नवीनतम एम-3 प्रकार की ईवीएम को इनबिल्ट या अलग वीवीएपीटी के साथ इस्तेमाल किया जाना चाहिए और चंडीगढ़ के सभी 35 वार्डों से संबंधित सभी ईवीएम को केवल एक ही सेंट्रल स्ट्रांगरूम में रखा जाना चाहिए, ताकि ईवीएम की ठीक से सुरक्षा की जा सके और मशीनों के किसी तरह की छेड़छाड़ न हो।
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