चंडीगढ़ निगम के चीफ इंजीनियर संजय अरोड़ा को हटाया, टेंडर में पक्षपात और गड़बड़ी की मिल रही थी शिकायतें
चंडीगढ़ नगर निगम के चीफ इंजीनियर संजय अरोड़ा को हटा दिया गया है। यूटी प्रशासक गुलाबचंद कटारिया को टेंडर में पक्षपात और गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही थीं। निगम के टेंडरों में अनियमितताएं हो रही थीं, खासकर डंपिंग ग्राउंड के टेंडर में। नियमों का उल्लंघन करते हुए, कचरा उठाने का टेंडर बिना खुली प्रक्रिया के आवंटित किया गया था, जिससे निगम को करोड़ों का नुकसान हुआ।

संजय अरोड़ा
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ नगर निगम के चीफ इंजीनियर संजय अरोड़ा को हटा दिया गया है। उनको हटाने के आदेश शुक्रवार को जारी हुए। संजय अरोड़ा की एक्सटेंशन की फाइल प्रशासन को भेजी गई थी, जिसे मंजूरी के बाद प्रशासक के पास भेजा गया था। बताया जा रहा है प्रशासक ने उनकी एक्सटेंशन को रोक दिया है। अभी आधिकारिक आदेश आने बाकी हैं। संजय अरोड़ा ने चंडीगढ़ नगर निगम में बतौर चीफ इंजीनियर 23 अक्टूबर 2024 को ज्वाॅइन किया था।
यूटी प्रशासक गुलाबचंद कटारिया और प्रशासन के सीनियर अफसर को संजय अरोड़ा की कार्यप्रणाली को लेकर कई शिकायतें मिल रही थी, जिनमें विभिन्न टेंडर में पक्षपात तथा गड़बड़ियां शामिल थीं। अरोड़ा काे हटाने की कार्यवाही को इन्हीं शिकायतों से जोड़कर देखा जा रहा है।
निगम के टेंडरों में जमकर खेल हो रहा था। निगम अफसरों ने डंपिंग ग्राउंड के टेंडर में भी खेल किया था। करोड़ों की लागत का यह टेंडर पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग को अलॉट किया गया। इससे निगम को करोड़ों की चपत लगी। नियमों के अनुसार कोई भी काम सिंगल टेंडर पर अलॉट नहीं किया जा सकता। डंपिंग ग्राउंड में कचरा उठाने का टेंडर निगम अफसरों ने बिना किसी ओपन प्रक्रिया के पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग को अलॉट कर दिया।

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