तमाम शहरों में मेट्रो चल गई तो चंडीगढ़ में क्यों नहीं? सांसद तिवारी ने लोकसभा में उठाई आवाज, बोले-केंद्र 25 हजार करोड़ दे
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने संसद में चंडीगढ़ में मेट्रो चलाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने मोहाली, पंचकूला, चंडीगढ़ और न्यू चंडीगढ़ को जोड़ने के लिए मा ...और पढ़ें

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। ट्राईसिटी समेत न्यू चंडीगढ़ में मेट्रो चलाने की आवाज एक बाद फिर उठी है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में यह मुद्दा उठाया है। उनका कहना है कि तमाम बड़े शहरों में मेट्रो चल गई है, लेकिन चंडीगढ़ में क्यों नही चली।
उन्होंने कहा कि मोहाली, पंचकूला, चंडीगढ़ और न्यू चंडीगढ़ को आपस में जोड़ने के लिए मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम बनाने की आवश्यकता है। इससे लोगों को बेहतर ट्रांसपोर्ट सुविधा मिलेगी और इस क्षेत्र का आर्थिक विकास भी होगा।
उन्होंने अंबाला से कुराली तक, लांडरां से लेकर पिंजौर तक एक मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम बनाने की मांग की थी, जिस पर सरकार ने उस पर एक यूनीफाइड मेट्रोपोलिटिन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी का गठन किया था।
तब से कमेटी की बैठक सिर्फ तीन बार हुई। राइट्स ने दो बार रिपोर्ट दी कि इन चारों शहरों को जोड़ने के लिए मेट्रो की आवश्कता है। जो प्रोजेक्ट 16 हजार करोड़ में पूरा हो सकता था अब उसपर 25 हजार करोड़ रुपये खर्च आएगा।
सांसद ने सदन को याद दिलाया कि 2019 में उन्होंने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री को चंडीगढ़ और उसके आसपास के शहरों जैसे न्यू चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली के बीच मेट्रो शुरू करने के लिए लिखा था ताकि इस इलाके की आर्थिक क्षमता को बढ़ाया जा सके, जो आज तक नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि यूएमटीए की मीटिंग्स और राइट्स की रिपोर्ट्स में इस प्रोजेक्ट को आर्थिक रूप से फायदेमंद बताया गया है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि केंद्र सरकार को चंडीगढ़ मेट्रो प्रोजेक्ट को एक रणनीतिक कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट के तौर पर लेना चाहिए ताकि इस क्षेत्र को इंटीग्रेट किया जा सके और यह अपनी आर्थिक क्षमता हासिल कर सके।

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