मौत का सौदा! चंड़ीगढ़ में खतरनाक घोषित बिल्डिंग में खोल दिया शराब ठेका और अहाता, लिकर लॉबी के सामने प्रशासन नतमस्तक
चंडीगढ़ प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई है। सेक्टर 17 की खतरनाक घोषित बिल्डिंग में शराब का ठेका और अहाता खोल दिया गया है, जहां हर दिन सैकड़ों लोग शराब ख ...और पढ़ें

चार मंजिला बिल्डिंग सारी खाली है, लेकिन ग्राउंड फ्लोर और बेसमेंट में शराब का ठेका और अहाता चल रहा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। प्रशासन ने सेक्टर 17 में गिरी दो बिल्डिंगों से कोई सबक नहीं लिया है। प्रशासन ने सेक्टर-17 में जिस बिल्डिंग को खतरनाक बताकर खाली करवाया अब उसी बिल्डिंग में शराब की ठेका और अहाता खोल दिया है।
हर रोज यहां सैकड़ों लोग शराब खरीदने आ रहे हैं और अहाते में बैठ कर शराब भी पी रहे हैं। इस बिल्डिंग से चंद कदमों की दूरी पर स्थित बिल्डिंग के गिरने से कई लोगों की मौत हुई थी।
सेक्टर 17 ए में मध्यमार्ग के साथ स्थित इस बिल्डिंग को गिराने के आदेश हैं। यह बिल्डिंग कभी भी गिर सकती है। चार मंजिल की यह बिल्डिंग सारी खाली है, लेकिन ग्राउंड फ्लोर और बेसमेंट पर शराब का ठेका तथा अहाता चल रहा है। नियमों के अनुसार इस बिल्डिंग को गिराया जाना है। शाम के समय यहां लोगों की भीड़ लगी रहती है।
लिकर लॉबी के सामने प्रशासन नतमस्तक
लिकर लॉबी पर अफसरों की मेहरबानी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां न केवल ठेका खोलने की परमिशन दे दी, बल्कि बगैर एनओसी के अहाता भी चल रहा है। एक तरफ यह बिल्डिंग खतरनाक घोषित है वहीं अभी तक इसका बिजली और पानी का कनेक्शन तक नहीं काटा गया है।
अफसर सब जानते हैं
इस ठेके के साथ चल रहे अहाते को प्रशासन द्वारा मिसयूज का नोटिस दिया गया है। तीन महीने से इस पर केवल सुनवाई चल रही है कार्रवाई कुछ नहीं हुई जबकि ठेका कैसे चल रहा है इस पर अफसर चुप है। बिना फायर एनओसी के अहाता बेसमेंट में नहीं चल सकता।
पेक और निटर की रिपोर्ट पर अनसेफ घोषित
प्रशासन ने इस बिल्डिंग को पेक और निटर की रिपोर्ट के बाद अनसेफ घोषित किया था। पेक के तकनीकी विशेषज्ञों ने बिल्डिंग को अनसेफ बताते हुए इसे तोड़ने के आदेश दिए थे। यह रिपोर्ट प्रशासन के कहने पर ही तैयार की गई थी।
दो बिल्डिंग गिर चुकी है
सेक्टर 17 में दो बिल्डिंग गिर चुकी है। कुछ समय पूर्व ही रात के समय सेक्टर 17 स्थित महफिल होटल के नाम से लोकप्रिय बिल्डिंग गिर गई थी। अभी तक इस बिल्डिंग के गिरने की जांच चल रही है। जिस बिल्डिंग में ठेका और अहाता चल रहा है उसकी भी हालत जर्जर है
जिम्मेदार कौन होगा?
प्रशासन के अफसरों के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि खतरनाक घोषित बिल्डिंग में ठेका और अहाता कैसे चल रहा है। किस आधार पर यह परमिशन दी गई है। यदि परमिशन नहीं है तब फिर अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई। एसडीएम सेंट्रल नवीन कुमार का कहना है कि ठेके और अहाते के लिए सीलिंग का नोटिस दिया गया है।

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