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    चंडीगढ़ कोठी प्रकरण: सीएफएसएल रिपोर्ट में खुलासा, गुरप्रीत ने नकली राहुल मेहता बनकर किए थे हस्ताक्षर

    By Ankesh ThakurEdited By:
    Updated: Sat, 18 Dec 2021 01:58 PM (IST)

    सेक्टर-37 स्थित विवादित कोठी को हड़पने के मामले में एक ओर नया माेड़ आ गया है। पुलिस ने इस केस से जुड़े सभी आरोपितों के दस्तावेजों और हस्ताक्षर की जांच करने के लिए दिल्ली सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (सीएफएसएल) भेजा था।

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    चंडीगढ़ सेक्टर-37 स्थित यह वह विवादित कोठी है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सेक्टर-37 स्थित विवादित कोठी को हड़पने के मामले में एक ओर नया माेड़ आ गया है। पुलिस ने इस केस से जुड़े सभी आरोपितों के दस्तावेजों और हस्ताक्षर की जांच करने के लिए दिल्ली सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (सीएफएसएल) भेजा था। अब वहां से सीएफएसएल की रिपोर्ट आ चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक कोठी को हड़पने में जिन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर हुए वह आरोपितों के ही हैं। आरोपित गुरप्रीत ने नकली राहुल मेहता बनकर हस्ताक्षर किए थे। पुलिस ने जिला अदालत में यह सीएफएसएल रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट के आने के बाद संजीव महाजन सहित इस केस से जुड़े सभी आरोपितों की मुसीबत बढ़ गई है।

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    शुक्रवार को पुलिस ने जिला अदालत में संजीव महाजन सहित इस केस से जुड़े सभी आरोपितों के खिलाफ 6 हजार पन्नों की सात चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में पुलिस की ओर से इस बात का जिक्र किया गया है कि विवादित कोठी की खरीद फरोख्त के दौरान दस्तावेजों पर जो हस्ताक्षर हुए है वह संजीव महाजन सहित सभी आरोपितों के हस्ताक्षर से मेल खाते हैं। पुलिस की ओर से जो चार्जशीट दाखिल की गई है, वह आराेपितों के खिलाफ नए सिरे से दाखिल की गई चार्जशीट है।सूत्रों के अनुसार नई चार्जशीट में सभी आरोपितों के खिलाफ नई धाराएं भी जोड़ी गई है। कोठी हड़पने के मामले में संजीव महाजन के अलावा शराब कारोबारी अरविंद सिंगला, चंडीगढ़ पुलिस से सस्पेड एसएचओ राजदीप, डीएसपी रामगोपाल का भाई सतपाल डागर, खलिंद्र कादियान, प्रापर्टी डीलर सौभव गुप्ता, उसका भाई मनीष गुप्ता, नकली राहुल मेहता दलजीत सिंह उर्फ रुबल, शेखर और अशोक अरोड़ा का नाम शामिल है।

    इसी साल दो मार्च को पुलिस ने संजीव महाजन को इस केस गिरफ्तार किया था। उसके बाद एक एक करके इस केस से जुड़े सभी आरोपितों को जेल भेजा गया। इनमें से केवल गिरफ्तारी केवज महाजन की हुई थी। बाकी सभी ने कोर्ट में आत्मसर्पण किया था। इन आरोपितों में से कई जमानत पर बाहर चल रहे हैं। अब सीएफएसएल रिपोर्ट के पॉजिटीव आने के बाद जो आरोपित बाहर चल रहे हैं, अब उन पर भी गाज गिरनी स्वाभाविक है। इस केस में अगली सुनवाई 25 दिसंबर को होगी। इस सुनवाई में तय होगा कि जो आरोपित बाहर है उनको पूछताछ के लिए कब गिरफ्तार किया जाएगा।