चंडीगढ़ की बेटी ने दीवाली के मौके पर परिवार को दिया नायाब तोहफा, IAS बनकर पापा और मम्मी का सपना किया पूरा
Chandigar News चंडीगढ़ की बेटी पूर्णिमा सूदन ने यूपीएससी रिजर्व मेरिट लिस्ट में 31वां रैंक हासिल कर परिवार का नाम रोशन किया है। पूर्णिमा ने पहले ही पीसीएस और आईईएस परीक्षा पास कर ली थी। अब उन्होंने आईएएस बनकर अपने और अपने परिवार के सपने को पूरा किया है। पूर्णिमा की इस उपलब्धि पर पूरे सूदन परिवार को गर्व है।

डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़। Chandigarh News: सिविल सर्विसेज एग्जाम-2023 की रिजर्व मेरिट लिस्ट घोषित कर दी गई है। चंडीगढ़ की बेटी पूर्णिमा सूदन ने देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल कर परिवार को दीवाली से पहले ही खास तोहफा दे दिया।
पंजाब यूनिवर्सिटी की होनहार छात्रा पूर्णिमा सूदन की उपलब्धियों पर पूरे सूदन परिवार को गर्व है। पिता नागेश सूदन कहते हैं कि बेटी ने एक नहीं चार बड़ी परीक्षा पास कर अपने और परिवार के सपने को पूरा किया है। पूर्णिमा सूदन नेे सिविल सर्विस एग्जाम से पहले भी कई परीक्षाओं में सफलता हासिल की है।
शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल पूर्णिमा का चयन जून 2021 में पंजाब सिविल सर्विसेज परीक्षा पास कर पीसीएस (17 रैंक) के तौर पर हो चुका है। लेकिन उन्होंने अपना लक्ष्य सिर्फ आइएएस बनने का रखा और सफलता हासिल की।

मार्च 2024 में पूर्णिमा ने यूपीएससी की ओर से इंडियन इकोनोमिक सर्विस-2023(आइईसी) के रिजल्ट में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए देशभर में तीसरा स्थान हासिल किया था।
सूदन इस समय हैदराबाद में आइईसी का फाउंडेशन कोर्स (ट्रैनिंग) पर हैं। पंजाब सरकार में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर भी इनका चयन हो चुका है।
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दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में पूर्णिमा ने कहा कि परिवार और शिक्षकों के मार्गदर्शन से ही यह संभव हो पाया है। उन्होंने बताया कि हाल ही में यूपीएससी द्वारा 120 कैंडिडेट्स की रिजर्व मेरिट लिस्ट जारी की है, जिसमें इन्होंने 31वां स्थान हासिल किया है।
पंजाब यूनिवर्सिटी की गोल्ड मेडलिस्ट टॉपर
सेक्टर-42 निवासी पूर्णिमा शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रही है। स्कूली शिक्षा सेक्टर-21 सी स्थित मानव मंगल, 12वीं गवर्नमेंट माडल-35 डी से की है। पूर्णिमा पंजाब यूनिवर्सिटी के इकोनामिक्स विभाग की गोल्ड मेडलिस्ट है। वह विभाग से पीएचडी भी कर रही हैं। सूदन की हाबी में योग,डांस और बैडमिंटन खेलना शामिल है।
रोल मॉडल के बारे में कहती है कि वह हर इंसान से कुछ सीखती हैं। सूदन ने चार साल के अंदर चार ए क्लास आफिसर की नौकरी हासिल की हैं। इनका चयन पंजाब सरकार के हायर एजुकेशन विभाग की ओर से असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर भी हो चुका है।
परिवार ने हर कदम पर दिया साथ
पूर्णिमा बताती हैं कि सफलता में परिवार को पूरा सहयोग रहा है। पिता नरेश सूदन डिफेंस अकाउंट्स में डिप्टी कंट्रोलर पद रे रिटायर हैं। मां राजेश सूदन हरियाणा सचिवालय से स्पेशल सीनियर सेक्रेटरी रिटायर हुई हैं।
बड़ी बहन महिमा सूदन पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में कार्यरत हैं। पूर्णिमा कहती हैं कि अगल लक्ष्य को निर्धारित कर पूरी मेहनत के साथ तैयारी की जाए तो सफलता मुश्किल नहीं है। उन्होंने कहा कि बेटियों को शिक्षित करना बहुत जरुरी है, जोकि उन्हें समाज में आत्मनिर्भर बनाता है।

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