CBSE 12th में 98.2% अंक हासिल करने वाली चंडीगढ़ की दिविता बनना चाहती है एक्ट्रेस, दीपिका पादुकोण फेवरेट
CBSE 12th Result में 98.2% अंक लेने वाली चंडीगढ़ की दिविता कहती हैं कि फैमिली और स्टडी में बैलेंस बनाना ही सफलता का मंत्र है। वह एक्टिंग के क्षेत्र में जाना चाहती हैं।
चंडीगढ़ [डाॅ. सुमित सिंह श्योराण]। समाज में अलग पहचान के लिए इंसान को अलग सोच और दूसरों से कुछ अलग जरूरी है। हम सभी के पास समय तो बराबर ही होता है, लेकिन जो टाइम मैनेजमेंट का फंडा सीख जाते हैं, उन्हें सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता। जिंदगी में खुशी तभी मिलेगी जब फैमिली और करियर में बेहतर बैलेंस बनाना आ जाएगा। यह कहना है सीबीएसई 12वीं रिजल्ट की टाॅपर लिस्ट में शामिल दिविता जुनेजा का।
चंडीगढ़ के सेक्टर-38 स्थित विवेक हाई स्कूल की छात्रा दिविता जुनेजा ने आर्ट्स संकाय में 98.2 फीसद अंक हासिल किए हैं। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में दिविता ने अपनी सफलता से जुड़े मंत्र और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दिविता ने कहा कि उन्हें इतने बेहतर रिजल्ट की उम्मीद तो बिल्कुल नहीं थी, लेकिन सालभर अनुशासन के साथ की गई तैयारी से अच्छे परिणाम का भरोसा जरूर था। विवेक स्कूल चेयरमैन एचएस मामिक और स्कूल प्रिंसिपल रेणू पुरी ने भी दिविता जुनेजा को बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
पिता संजीव जुनेजा मेरी प्रेरणा
दिविता बताती हैं कि उनकी सफलता में उनके परिवार खासतौर से पिता संजीव जुनेजा योगदान है। उन्होंने हमेशा मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। मेरी रुचि को देखते हुए ही मुझे आर्ट्स संकाय चुनने में मदद की। कुछ सालों से एक्टिंग और डांस की क्लास भी ज्वाइन की है, जिससे मुझे भविष्य में इस क्षेत्र के बारे में गहराई से जानने का मौका मिलेगा।
परिवार में मां सारा जुनेजा और भाई भी हमेशा आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट करते हैं। दिविता जुनेजा को बचपन से ही एक्टिंग, संगीत का शौक रहा है। परिवार ने भी बेटी की रुचि को ध्यान में रखकर उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। दिविता ने बताया कि वह एक्टिंग में करियर बनाना चाहती हैं, जिसके लिए काफी समय से खुद को तैयार कर रही हैं। 12वीं के बाद इनका लक्ष्य मुंबई के किसी अच्छे एक्टिंग स्कूल से आगे की पढ़ाई करना है।
सेल्फ स्टडी से ही मिलेगा अच्छा रिजल्ट
जीवन में नंबर ही सब कुछ नहीं होते, लेकिन टाइम मैनेजमेंट से एकेडिमक में भी बहुत अच्छा प्रर्दशन किया जा सकता है। दिविता बताती हैं कि बोर्ड परीक्षा के लिए स्कूल के साथ साथ सेल्फ स्टडी बहुत जरूरी है। सालभर रूटीन पढ़ाई के अलावा दो घंटे की सेल्फ स्टडी काफी थी। इनका कहना है कि स्टूडेंट्स वही विषय चुनें जिसमें उनकी रुचि हो तभी अच्छे अंक हासिल कर सकेंगे। दिविता ने पढ़ने के लिए कभी कोई कोचिंग नहीं ली, लेकिन स्कूल में टीचर्स द्वारा जो भी पढ़ाया जाता उसे घर पर आकर अच्छे तरीके से रिवाइज करती थी।
दीपिका पादुकोण फेवरेट, मेहनत से पाया मुकाम
एक्टिंग में भविष्य देख रही दिविता जुनेजा बताती हैं कि वह दीपिका पादुकोण से काफी प्रभावित हैं। उनका कहना है कि फिल्मी परिवार से न होते हुए भी खुद को सफल बनाया है। उन्होंने कहा कि बदलते वक्त के साथ समाज में बेटियों को लेकर भी सोच बदल रही है। लोग बेटियों में अपने सपने देखते हैं। बेटियां भी आज हर फील्ड में पेरेंट्स का नाम रोशन कर रही हैं। लड़कियों को बस परिवार का सपोर्ट मिले तो वह कोई भी मुकाम हासिल कर सकती हैं।
पिता बोले- बेटियों को आगे बढ़ने का मौका मिले
नामचीन बिजनेसमैन संजीव जुनेजा का कहना है कि पूरे परिवार को दिविता पर गर्व है। उसने न सिर्फ बोर्ड परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया, बल्कि वह बहुत ही अनुशासित लड़की है। मुझे उम्मीद है कि उसने जो सपने देखे हैं उन्हें पूरा करने के लिए भविष्य में भी इसी मजबूती के साथ आगे बढ़ेगी। समाज में आज बेटियों को आगे बढ़ने के लिए मौका मिलना चाहिए। बेहतर सोच से ही आने वाला कल बेहतर होगा। बोर्ड परीक्षा में बेहतर अंक पाने वाले सभी स्टूडेंट्स को ढेरों बधाई।