पैरी शूटआउट! पहले सेक्टर-10 और फिर 26 बुलाने के लिए आए थे स्नैपचैट कॉल, एएसआई भाई बोला-अब हमें खतरा
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पैरी के भाई हरनीत सिंह ने आरोप लगाया कि हत्या से पहले पैरी को स्नै ...और पढ़ें

हत्या की वारदात में इस्तेमाल की गई क्रेटा गाड़ी पैरी के घर के आसपास घूमती देखी गई थी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सेक्टर-26 के टिंबर मार्केट के पास सोमवार शाम 35 वर्षीय इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी की गोली मारकर की गई हत्या को लेकर उसका परिवार बड़े आरोप लगा रहा है। पैरी भाई पंजाब पुलिस के एएसआई हरनीत सिंह ने दावा किया है कि हत्या से पहले पैरी को स्नैपचैट पर बार-बार कॉल आ रहे थे और हमलावर कई दिनों से उनके घर के आसपास रेकी कर रहे थे। हरनीत ने परिवार की जान को भी खबरा बताया है।
हरनीत के अनुसार, सोमवार दोपहर करीब 3 बजे पर्री को एक अज्ञात व्यक्ति स्नैपचैट पर लगातार कॉल कर रहे थे। पहले उसे सेक्टर-10 में मिलने के लिए कहा गया, फिर सेक्टर-26 बुलाया गया, जहां बाद में उसकी हत्या कर दी गई। हरनीत ने बताया कि वे कॉल की टोन पहचानते थे, क्योंकि पैरी स्नैपचैट के लिए अलग रिंगटोन रखता था।
गैंगवार की वजह से पैरी को ‘सॉफ्ट टारगेट’ बनाया
हमलावरों द्वारा इस्तेमाल की गई सफेद क्रेटा गाड़ी पिछले कुछ दिनों से उनके घर के पास घूमती दिखाई दे रही थी। उन्होंने कहा कि पैरी को जाल में फंसाने की कोशिश की गई और विश्वास जीतकर उसे बाहर बुलाया गया।
हरनीत ने बताया कि हमारा परिवार अब लगातार खतरे में है। गैंगवार की वजह से पैरी को ‘सॉफ्ट टारगेट’ बना दिया गया था और अब हम भी हमलावरों की नजर में हैं।”
लॉरेंस बिश्नोई से पर्री की पुरानी जान-पहचान का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि लॉरेंस और पैरी कॉलेज में साथ पढ़ते थे। लॉरेंस हमारे घर आता-जाता था, खाना भी खाता था और कई बार यहीं रुक जाता था। इधर, चंडीगढ़ पुलिस स्नैपचैट कॉल्स, हमलावरों की कथित रेकी और गैंगवार की कड़ियों को जोड़कर जांच कर रही है।

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