पूर्व सैनिकों की वार्षिक अनुदान राशि दोगुनी, अब दस लाख रुपये मिलेंगे, पढ़ें चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य अहम फैसले
चंडीगढ़ प्रशासन ने पूर्व सैनिकों के लिए वार्षिक अनुदान राशि को दोगुना कर दिया है, जिससे अब उन्हें दस लाख रुपये मिलेंगे। यह फैसला चंडीगढ़ प्रशासन द्वार ...और पढ़ें

वार्षिक अनुदान राशि को पांच लाख पचास हजार से बढ़ाकर दस लाख रुपये किए जाने को स्वीकृति।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। यूटी प्रशासन ने पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए भी कई अहम फैसले लिए हैं। कई कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत वित्तीय सहायता की दरों में वृद्धि को स्वीकृति प्रदान की। वार्षिक अनुदान राशि को पांच लाख पचास हजार से बढ़ाकर दस लाख रुपये किए जाने को स्वीकृति दी गई।
वहीं, सेवा के दौरान बलिदान हुए सैनिकों की वीरांगना को दी जाने वाली वित्तीय सहायता में एक हजार रुपये की बढ़ोतरी की गई है। भारतीय थल सेना में सूबेदार मेजर अथवा भारतीय नौसेना एवं वायु सेना में समकक्ष रैंक तक के बलिदानियों की विधवा को अब एक हजार के बजाय दो हजार रुपये मिलेंगे।
बिना पेंशन सेवानिवृत्त एवं सेवामुक्त जेसीओ व ओआर, जिनकी आयु 65 वर्ष से अधिक है तथा जो आर्थिक तंगी में जीवन यापन कर रहे हैं, को दी जाने वाली वित्तीय सहायता की राशि पांच हजार से बढ़ाकर आठ हजार रुपये कर दी गई है।पूर्व सैनिकों के पुनर्निर्माण एवं पुनर्वास के लिए बनी प्रबंध समिति की वार्षिक बैठक चीफ सेक्रेटरी एच राजेश प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक में गृह सचिव मनदीप सिंह बराड़, डीसी एंव जिला सैनिक बोर्ड के सह अध्यक्ष निशांत कुमार यादव उपस्थित रहे। इसके अलावा एअर मार्शल सुखचैन सिंह, एवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त), ब्रिगेडियर गुरगोपत सिंह (सेवानिवृत्त) एवं लेफ्टिनेंट कर्नल टीएस तोमर ने रक्षा मंत्रालय एवं पूर्व सैनिक कल्याण विभाग के नामित प्रतिनिधियों के रूप में भाग लिया।
कर्नल एचएस घुमन, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने गत एक वर्ष के दौरान चंडीगढ़ के पूर्व सैनिकों के कल्याण से संबंधित विभिन्न विषयों पर हुई प्रगति की जानकारी प्रबंध समिति को दी।

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