चंडीगढ़ में 7 लाख रुपये की Online Shopping, पुलिस को दर्ज करना पड़ी FIR, हेराफेरी का गजब मामला
चंडीगढ़ में 7 लाख रुपये की आनलाइन शापिंग के बाद पुलिस को केस दर्ज करना पड़ गया। दरअसल मामला हेराफेरी और धोखाधड़ी का निकला है। चंडीगढ़ की पुलिस आनलाइन शापिंग करने वालों की तलाश कर रही है ।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। युवाओं में आनलाइन शापिंग का खासा क्रेज है। आनलाइन शापिंग से समय और पैसे की बचत होती है, लेकिन आपने कभी सुना या पढ़ा है कि हजार नहीं बल्कि किसी ने 7 लाख रुपये की आनलाइन शापिंग की हो। अगर नहीं तो चलिए आपको बताते हैं कि चंडीगढ़ की एक कंपनी से 700000 रुपये की आनलाइन शापिंग की गई, लेकिन इस आनलाइन शापिंग के बाद चंडीगढ़ पुलिस को केस दर्ज करना पड़ा।
दरअसल यह मामला धोखाधड़ी और हेराफेरी का निकला। चंडीगढ़ के सेक्टर-9 स्थित एक निजी कंपनी को शातिरों ने 7 लाख रुपये की चपत लगाई है। शातिरों ने आनलाइन शापिंग के बहाने कंपनी के साथ धोखाधड़ी की है। इसके बाद कंपनी की तरफ से पुलिस को शिकायत दी गई।
बताते चलें कि देश भर में तेजी से बढ़ते ऑनलाइन शॉपिंग ट्रेंड के बीच धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसी तरह कुछ अज्ञात लोगों ने चंडीगढ़ की एक कंपनी से तकरीबन सात लाख रुपये का सामान ऑनलाइन ऑर्डर कर मंगवाने के बाद धोखाधड़ी की है। अज्ञात आरोपितों ने कंपनी से धोखाधड़ी करने का एक अलग ही तरीका अपनाया है, जिसे जानकर पुलिस भी हैरत में है। फिलहाल इस मामले में सेक्टर-17 साइबर क्राइम थाना पुलिस अज्ञात आरोपितों द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर समेत अन्य तरह की डिटेल्स खंगालने में लगी है।
विदेश में भी प्रोडेक्ट डिलीवर करती है कंपनी
चंडीगढ़ के सेक्टर-9 स्थित स्थित डाक्टर ट्रस्ट नाम की एक हेल्थ केयर कंपनी के संचालक राहुल चुग ने पुलिस को शिकायत दी है। शिकायतकर्ता राहुल चुग ने बताया कि उनकी कंपनी देश व विदेश में भी100 से ज्यादा देशों में हेल्थ केयर से संबंधित सामान की ऑनलाइन बिक्री करती है। कंपनी 100 ज्यादा देशों में अपना सामान डिलीवर करती है।
ठगी का तरीका हैरान करने वाला
शिकायतकर्ता राहुल चुग ने बताया कि कुछ अज्ञात लोगों ने अलग-अलग मोबाइल नंबर और आइपी एड्रेस का इस्तेमाल कर उनकी कंपनी से 7 लाख 31 हजार 446 रुपये के विभिन्न तरह के प्रोडक्ट्स की आनलाइन शापिंग की थी। कंपनी की तरफ से सामान डिलिवर कर दिया गया। शातिरों ने कंपनी के प्रोडक्ट्स को रिसीव भी कर लिया। कुछ दिन बाद उन्होंने प्रोडक्ट को रिटर्न कर दिया। लेकिन शातिरों ने कंपनी को रिटर्न किए गए प्रोडक्ट की जगह उसी से मिलते जुलते दूसरे ब्रांड के सस्ते प्रोडक्ट बाक्स में डालकर रिटर्न कर दिए। इसके बाद आरोपितों से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनके नंबर बंद आने लगे। इस तरह शातिरों ने उनकी कंपनी को 7 लाख 31 हजार 446 रुपये की चपत लगा दी।
16 दिन तक चली शापिंग
शिकायकर्ता राहुल चुग ने बताया की आरोपितों ने उनकी कंपनी से 16 दिनों में सामान की खरीदारी की है। आरोपितों ने 22 अप्रैल 2022 से छह अगस्त तक अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट खरीदे थे। इसके बाद अलग-अलग तारीख में उनकी जगह नकली प्रोडक्ट बाक्स में भरकर वापस कर दिए।
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