बेटे के मर्डर केस में चंडीगढ़ पुलिस ने नहीं की कार्रवाई तो पिता ने जुटाए सुबूत, 3 साल बाद दोस्तों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज
मृतक रोहित के पिता नरेश कुमार ने शिकायत में आरोप लगाया था कि उनका बेटा रोहित 13 जून 2019 को दोस्त प्रदीप सिंह नेगी के साथ गया था। जब रोहित शाम तक घर न ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। तीन साल पहले सेक्टर-40 में रोहित नाम के युवक की हत्या हुई थी। बेटे की हत्या मामले में पिता पुलिस की लापरवाही से तंग आकर खुद मामले में सुबूत जुटाकर जिला अदालत का दरवाजा खटखटाया। अब तीन साल बाद कोर्ट के आदेश पर सेक्टर-39 थाना पुलिस ने मृतक रोहित के दोस्तों के खिलाफ हत्या की धारा के तहत केस दर्ज किया है। रोहित सरकारी कालेज में स्वीपर की नौकरी करता था। रोहित को इंजेक्शन देकर मारा गया था।
मृतक रोहित के पिता नरेश कुमार ने शिकायत में आरोप लगाया था कि उनका बेटा रोहित 13 जून, 2019 को दोस्त प्रदीप सिंह नेगी के साथ गया था। जब रोहित शाम तक घर नहीं लौटा तो रोहित की पत्नी ने उसे काल किया था, लेकिन रोहित ने काल रिसीव नहीं किया। इसके बाद वह रोहित को ढूंढने के लिए उसके दोस्त विक्की सभ्रवाल के घर गई थी, लेकिन विक्की ने रोहित के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया। बाद में रोहित के दोस्त काला ने बताया कि वह जीएमएसएच-16 में भर्ती है। वहां पहुंचने पर पता चला कि रोहित की मौत हो चुकी है। मृतक के स्वजनों ने रोहित की मौत के लिए प्रदीप और विक्की को जिम्मेदार ठहराकर आरोप लगाए लगाए थे, लेकिन पुलिस ने इस मामले में जांच आगे नहीं बढ़ाई और दोनों के खिलाफ कोई केस भी दर्ज नहीं हुआ।
एक सप्ताह बाद मिला पार्सल
परिवार को रोहित की मौत के एक सप्ताह बाद एक पार्सल मिला, जिसमें रोहित का पर्स और अन्य सामान था। पिता ने आरोप लगाया था कि पार्सल को प्रदीप ने डाक के माध्यम से भेजा था। पीड़ित पिता का आरोप है कि सेक्टर-40 में हुई वारदात की खुद जांच करने पर उन्हें एक इंजेक्शन मिला था। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जुटाकर पता किया कि प्रदीप और रोहित एक साथ सेक्टर 40 पहुंचे थे और बाद मे विक्की भी आया था। इसके बाद परिजनों ने आरोपित दोस्तों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी।

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