चंडीगढ़ की एथलीट सिमरन ने 'भाग मिल्खा भाग' देख शुरू किया दौड़ना, 16 साल की उम्र में जीते 85 मेडल, अब खेलो इंडिया में दिखाएगी रफ्तार
सिमरन कौर पिछले तीन साल से चंडीगढ़ एथेलटिक्स मीट में बेस्ट एथलीट का खिताब जीत रही हैं। सिमरन अभी तक अलग -अलग प्रतियोगिताओं में 11 बार बेस्ट एथलीट चयनित हो चुकी हैं। 16 साल की सिमरन ने कुल 85 मेडल जीते हैं।

विकास शर्मा, चंडीगढ़। भाग मिल्खा भाग फिल्म देखकर चंडीगढ़ की सिमरन कौर ने एथलीट बनने की ठानी थी। वर्षों मेहनत की और आज वह 100 व 200 मीटर दौड़ में शहर की बेस्ट एथलीट है। स्पोर्ट्स कांप्लेक्स सेक्टर-7 में आयोजित चंडीगढ़ जूनियर एंड सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप- 2021-22 में अंडर-20 आयुवर्ग में सिमरन ने 100 मीटर व दो सौ मीटर प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है।
सिमरन के बेहतरीन प्रदर्शन के चलते यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट की तरफ से उसका चयन पंचकूला में आयोजित होने वाली खेलो इंडिया गेम्स के लिए किया गया है। सिमरन ने बताया कि पुणे में आयोजित खेलो इंडिया में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा था, वह टूर्नामेंट में छठे नंबर पर रही थी। इस बार पंचकूला में वह मेडल जीतने से नहीं चूकेगी। बता दें सिमरन के प्रदर्शन की तारीफ खुद स्वर्गीय उड़न सिख मिल्खा सिंह भी कर चुके हैं। उन्होंने सिमरन को दौड़ने के टिप्स भी दिए थे। सिमरन अक्सर कहती है कि भाग मिल्खा भाग देखकर उन्हें मिल्खा सिंह के जीवन को जानने में काफी मदद मिली। खासकर उनका संघर्ष, सच में हर एथलीट के लिए प्ररेणादायक है।
कई प्रतियोगिताओं में खुद को साबित कर चुकी है सिमरन
सिमरन कौर पिछले तीन साल से चंडीगढ़ एथेलटिक्स मीट में बेस्ट एथलीट का खिताब जीत रही हैं। सिमरन अभी तक अलग -अलग प्रतियोगिताओं में 11 बार बेस्ट एथलीट चयनित हो चुकी हैं। सोलह साल की सिमरन ने कुल 85 मेडल जीते हैं, जिसमें चार नेशनल मेडल हैं। सिमरन अंडर -14 के बाद से अब तक हर स्टेट एथलेटिक्स मीट में यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट की हर तरफ से साल बेस्ट एथलीट रही हैं। इसमें तिरुपति में आयोजित ड्रिस्टिक्ट नेशनल गेम्स में ट्रैक रनिंग रिकार्ड तोड़ा और 200 मीटर दौड़ 26.17 सैकेंड में पूरी की। विजयवाड़ा में आयोजित जूनियर नेशनल गेम्स 800 मीटर दौड़ में ब्रांज मेडल जीता। महाराष्ट्र में आयोजित स्कूल नेशनल गेम्स में 200 मीटर में ब्रांज मेडल जीता। महाराष्ट्र में आयोजित स्कूल नेशनल गेम्स में ब्रांज मेडल जीता है। सिमरन मौजूदा समय में सेक्टर 7 के स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में प्रेक्टिस करती हैं। सिमरन के कोच मनजिंदर सिंह हीरा का कहना है कि उन्हें सिमरन से मेडल की उम्मीद है।
मां-बाप को बेटी पर नाज
सिमरन के पिता गुरमीत सिंह और मां ज्योति ने बताया कि सिमरन सालों से कड़ी मेहनत कर रही है उसकी मेहनत का नतीजा है कि वह लगातार हर टूर्नामेंट में मेडल जीत रही है। सिमरन अब तक 100 से ज्यादा मेडल जीत चुकी है, ऐसे में जब भी कोई मेहमान उनके घर आता है तो वह सिमरन की जीती हुई ट्राफी देखकर हैरान होता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।