3 साल में चंडीगढ़ प्रशासन के पर्यटन विभाग ने कलाकारों को दिए 11 करोड़ रुपए, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने उठाए सवाल
चंडीगढ़ प्रशासन के पर्यटन विभाग ने पिछले 3 साल में अलग-अलग कार्यक्रम करा कर कलाकारों को 11 करोड रुपए की राशि दी। सांसद मनीष तिवारी ने पर्यटन मद में खर ...और पढ़ें

सांसद मनीष तिवारी ने पर्यटन मद में खर्च को लेकर सवाल खड़े किए हैं (फोटो: जागरण)
राजेश ढल, चंडीगढ़। चंडीगढ़ प्रशासन के पर्यटन विभाग ने पिछले 3 साल में अलग-अलग कार्यक्रम करा कर कलाकारों को 11 करोड रुपए की राशि दी । यह जानकारी लोकसभा में सांसद मनीष तिवारी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्र सरकार ने दी।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने संसद में पूछे गए अपने प्रश्न के उत्तर पर कड़ी आपत्ति जताते हुए चंडीगढ़ प्रशासन और केंद्र सरकार पर पर्यटन मद में खर्च को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
तिवारी ने कहा कि यह चौंकाने वाला है कि बीते तीन वित्तीय वर्षों में चंडीगढ़ प्रशासन ने कथित तौर पर पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों पर 33.26 करोड़ रुपये खर्च किए।
उन्होंने बताया कि दिए गए उत्तर के अनुसार इस राशि में से करीब 11.84 करोड़ रुपये कलाकारों और अन्य वेंडरों को भुगतान के रूप में दर्शाए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी लगभग 22 करोड़ रुपये के खर्च का कोई स्पष्ट विवरण उपलब्ध नहीं कराया गया है।
मनीष तिवारी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार/चंडीगढ़ प्रशासन ने उनके प्रश्न के उस अहम हिस्से को “सुविधाजनक तरीके से टाल दिया”, जिसमें यह पूछा गया था कि किस कलाकार को, किस कार्यक्रम के लिए और कितनी राशि का भुगतान किया गया।
उन्होंने कहा कि न तो कलाकारवार विवरण दिया गया और न ही शेष राशि के उपयोग का कोई ठोस ब्योरा सामने आया।
तिवारी ने मांग की कि प्रशासक की सलाहकार समिति की पर्यटन उप-समिति को इस पूरे मामले की समीक्षा करनी चाहिए और यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि यह पैसा कहां और कैसे खर्च हुआ।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वास्तव में चंडीगढ़ में कोई ऐसी पर्यटन गतिविधि हुई है, जो इस भारी-भरकम खर्च को उचित ठहरा सके।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि जनता के पैसे का पारदर्शी और जवाबदेह उपयोग सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है और इस मामले में विस्तृत लेखा-जोखा सार्वजनिक किया जाना चाहिए।

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