चंडीगढ़ निगम में कर्मचारी नहीं मार सकेंगे बंक, आधार-आधारित बायोमैट्रिक हाजिरी के बाद ही मिलेगी दिसंबर की सैलरी
चंडीगढ़ नगर निगम ने आधार-आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली को अनिवार्य कर दिया है। दिसंबर से वेतन केवल बायोमेट्रिक हाजिरी से ही मिलेगा। कमिश्नर अमित ...और पढ़ें

आधार-लिंक्ड बायोमैट्रिक सिस्टम से हाजिरी दर्ज होना जरूरी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। नगर निगम ने पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूत करते हुए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आधार-आधारित बायोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली को सख्ती से लागू करने का आदेश जारी किया है। निगम ने स्पष्ट कर दिया है कि दिसंबर माह का वेतन केवल उसी कर्मचारी को मिलेगा जिसकी हाजिरी आधार-लिंक्ड बायोमैट्रिक सिस्टम से दर्ज होगी।
हालांकि नवंबर से आधार-लिंक्ड वेतन वितरण लागू करने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके थे, लेकिन तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से यह व्यवस्था पूरी तरह लागू नहीं हो पाई। इस स्थिति पर गंभीरता दिखाते हुए कमिश्नर अमित कुमार ने बुधवार को उच्च-स्तरीय बैठक बुलाकर बायोमैट्रिक सिस्टम की प्रगति की समीक्षा की।
देरी पर असंतोष जताते हुए उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि दिसंबर के वेतन वितरण में किसी भी कर्मचारी के लिए भौतिक उपस्थिति (फिजिकल वेरिफिकेशन) स्वीकार नहीं की जाएगी। कमिश्नर ने सभी विभागाध्यक्षों और शाखा प्रभारियों को तुरंत आधार लिंकिंग सुनिश्चित करने के आदेश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि निर्देशों का पालन न करने वाले अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कमिश्नर ने कहा कि आधार-आधारित उपस्थिति प्रणाली लागू होने से फर्जी कर्मचारियों, नकली हाजिरी, समय की चोरी और अनियमित उपस्थिति जैसी समस्याओं पर प्रभावी रोक लगेगी। यह प्रणाली पूरे निगम में अनुशासन, पारदर्शिता और कार्यकुशलता को मजबूत करेगी। नगर निगम प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अब हर कर्मचारी के वेतन से पहले उनका आधार-लिंक्ड बायोमैट्रिक रिकार्ड अनिवार्य होगा, जिससे निगम की कार्यप्रणाली और अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनेगी।

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