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    फ्रांसीसी दूतावास वीजा धोखाधड़ी मामले में CBI का एक्शन, पंजाब के लुधियाना में छापेमारी; 70 लाख रुपये बरामद

    By Jagran NewsEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Fri, 25 Aug 2023 06:16 PM (IST)

    फ्रांसीसी दूतावास वीजा धोखाधड़ी मामले में सीबीआई का एक्शन देखने को मिला। सीबीआई ने लुधियाना में एक ट्रैवल एजेंट के परिसर में छापेमारी की। वहीं बैंक लॉकर से 70.10 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई। आरोप है कि लुधियाना के बलविंदर ने फ्रांस के दूतावास शेंगेन वीजा प्राप्त करने के लिए प्रत्येक वीजा आवेदक से 25 लाख रुपये से 45 लाख रुपये तक की नकद राशि एकत्र की।

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    फ्रांसीसी दूतावास वीजा धोखाधड़ी मामले में CBI का एक्शन, पंजाब के लुधियाना में छापेमारी

    नई दिल्ली/चंडीगढ़, एएनआई। CBI Raids In Punjab केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को फ्रांसीसी दूतावास वीजा धोखाधड़ी मामले में लुधियाना स्थित एक एजेंट के परिसर में तलाशी ली। तलाशी के दौरान आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद की गईं। लुधियाना में एक बैंक लॉकर से लगभग 70.10 लाख रुपये (2000 रुपये के नोट) की नकदी भी बरामद की गई।

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    उक्त मामले की जांच के दौरान वीजा आवेदकों को शेंगेन वीजा जारी करने की सुविधा में माछीवाड़ा, लुधियाना स्थित बलविंदर सिंह बरतिया की संलिप्तता भी सामने आई थी। यह आरोप लगाया गया था कि उसने फ्रांस के दूतावास, नई दिल्ली से शेंगेन वीजा प्राप्त करने के लिए प्रत्येक वीजा आवेदक से 25 लाख रुपये से 45 लाख रुपये तक की नकद राशि एकत्र की।

    क्या है पूरा मामला?

    बता दें कि नई दिल्ली में फ्रांस के दूतावास में वीजा धोखाधड़ी के आरोप में सीबीआई ने छह निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिनमें दो पूर्व में फ्रांस के दूतावास, नई दिल्ली के वीजा विभाग में कार्यरत थे और अन्य शामिल थे।

    आरोप था कि नई दिल्ली स्थित फ्रांस दूतावास के वीजा विभाग में काम करने वाले दोनों आरोपियों ने 1 जनवरी, 2022 से 6 मई, 2022 की अवधि के दौरान दूसरों के साथ साजिश रची और वीजा धोखाधड़ी को अंजाम दिया।

    आवेदकों द्वारा संपर्क किए जाने पर दूतावास के वीजा विभाग के उक्त दो अधिकारियों ने कथित तौर पर रिश्वत लेने के बाद तीन अन्य आरोपियों के पक्ष में प्रवेश वीजा जारी कर दिया। यह भी आरोप लगाया गया कि प्रवेश वीजा जारी होने के बाद, उक्त दोनों अधिकारियों ने वीजा विभाग से दस्तावेजों/फाइलों को विस्थापित/नष्ट कर दिया।

    इससे पहले, दिसंबर 2022 में आरोपितों के दिल्ली, पटियाला, गुरदासपुर और जम्मू सहित छह स्थानों पर तलाशी ली गई थी। लैपटॉप, मोबाइल फोन, संदिग्ध पासपोर्ट आदि सहित आपत्तिजनक दस्तावेज या लेख बरामद किए गए।