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    कैप्टन अमरिंदर सिंह के नजदीकी संदीप संधू की पंजाब कांग्रेस में वापसी, राजा वडिंग की टीम में बने महासचिव

    By Kamlesh BhattEdited By:
    Updated: Fri, 29 Apr 2022 05:49 PM (IST)

    कांग्रेस ने कैप्टन संदीप सिंह संधू को तत्काल प्रभाव से पंजाब कांग्रेस कमेटी का महासचिव नियुक्त किया है। कैप्टन संधू पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के ...और पढ़ें

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    कैप्टन संदीप सिंह संधू पंजाब कांग्रेस महासचिव नियुक्त। सांकेतिक फोटो

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने प्रदेश कांग्रेस की अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया है। वडिंग की टीम छोटी और संगठन में नए चेहरों पर आधारित है। कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ की टीम अहम भूमिका निभाने वाले कैप्टन संदीप सिंह संधू की कांग्रेस संगठन में एक बार फिर वापसी हुई है।

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    संधू वडिंग की टीम में महासचिव की भूमिका निभाएंगे, जबकि पठानकोट से पूर्व विधायक रहे अमित विज को पार्टी का खजांची लगाया गया है। वडिंग ने पांच उप प्रधानों की भी घोषणा की है। उप प्रधानों में दीनानगर से पार्टी की विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी, अमृतसर से इंदरबीर सिंह बुलारिया, फरीदकोट से कुशलदीप सिंह किक्की ढिल्लों, पूर्व मंत्री व जालंधर कैंट से विधायक परगट सिंह और होशियारपुर से पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे सुंदर शाम अरोड़ा शामिल हैं।

    अहम पहलू यह है कि पांच वाइस प्रेसीडेंट में दो वर्तमान में विधायक हैं और तीन कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। आल इंडिया कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इन नियुक्तियों को मंजूरी दे दी है। पार्टी ने महासचिव पद के लिए नए चेहरों को जिम्मेदारी दी है।

    परगट सिंह को छोड़ दिया जाए तो किसी भी नेता को संगठन में काम करने का ज्यादा अनुभव नहीं है। हालांकि परगट सिंह पूर्व प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की टीम में थोड़े समय के लिए महासचिव की भूमिका निभा चुके हैं।

    वहीं, कैप्टन संदीप संधू पर पार्टी ने एक बार फिर भरोसा जताया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह जब कांग्रेस के प्रदेश प्रधान थे तब कैप्टन संधू ने महासचिव पद की भूमिका निभाई थी। 2017 के विधान सभा चुनाव में जब कांग्रेस की जीत हुई थी तब कैप्टन संधू ने संगठन का कामकाज संभाला था।

    कांग्रेस की सरकार बनने के बाद संधू को कैप्टन ने अपना राजनीतिक सलाहकार नियुक्त किया था। सुनील जाखड़ ने जब प्रदेश प्रधान की जिम्मेदारी संभाली तब भी कैप्टन संधू ने महासचिव पद की जिम्मेदारी निभाई।

    हालांकि इस दौरान कैप्टन संधू दाखा से उप चुनाव और 2022 में विधानसभा चुनाव हार गए। कैप्टन संधू के संगठन चलाने की क्षमता को देखते हुए पार्टी ने एक बार फिर उन पर भरोसा जमाया है।