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कैप्‍टन सरकार ने नहीं दी एनओसी, बठिंडा में एम्‍स का निर्माण हुआ लेट

पंजाब के बठिंडा में एम्‍स की स्‍थापना में चार माह की देरी हो गई है। इसका कारण कैप्टन सरकार द्वारा एनओसी नहीं देना है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 13 Dec 2017 10:01 PM (IST)Updated: Thu, 14 Dec 2017 04:06 AM (IST)
कैप्‍टन सरकार ने नहीं दी एनओसी, बठिंडा में एम्‍स का निर्माण हुआ लेट
कैप्‍टन सरकार ने नहीं दी एनओसी, बठिंडा में एम्‍स का निर्माण हुआ लेट

जेएनएन, चंडीगढ़। बठिंडा में आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) में देरी हो गई है। एम्‍स को कार्य चार महीने पीछे हो गया है। ऐसा राज्‍य की कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की सरकार द्वारा इसके लिए एनओसी नहीं देने के कारण हुआ है। प्रोजेक्ट में हो रही देरी को लेकर केंद्रीय मंत्री व बठिंडा की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र लिखा है।

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केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

पत्र में केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि एम्स प्रोजेक्ट के तहत आने वाले पानी के नाले को शिफ्ट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अभी तक एनओसी नहीं जारी की गई है। बठिंडा के डीसी ने इसी साल 3 अगस्त को स्वास्थ्य विभाग को एनओसी जारी करने के लिए लिखा है।

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उन्‍होंने पत्र में लिखा है कि पानी के नाले को स्थानांतरित न किए जाने के कारण एम्स की चारदिवारी का काम चार माह देरी से चल रहा है। वहीं इसी प्रोजेक्ट के तहत आने वाले पीएयू के वाटर टैंक को भी अभी तक स्थानांतरित नहीं किया जा सका है। इसकी भी एनओसी अभी जारी नहीं की गई है। दोनों ही एनओसी के कारण प्रोजेक्ट में देरी हो रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने बठिंडा में एम्‍स की आधारशिला रखी थी।

बठिंडा में 25 नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर का कहना है कि एम्स प्रोजेक्ट बठिंडा व आसपास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इससे न सिर्फ लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा, बल्कि रोजगार के क्षेत्र में भी यह प्रोजेक्ट खासा महत्वपूर्ण है।

जल्द जारी होगी एनओसी : मोहिंदरा

इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्मï मोहिंदरा का कहना है कि एनओसी क्यों जारी नहीं हुई, वह इस संबंध में विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे। अगर कोई तकनीकी कारण नहीं हुए तो जल्द ही एनओसी जारी कर दी जाएगी।

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