कैप्टन ने PGI का हवाला देकर कहा- 87 फीसद को कोरोना की आशंका, पीजीआइ बोला- रिपोर्ट हमारी नहीं
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ PGI का हवाला देकर कहा कि पंजाब में 87 फीसद लोग कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। इस पर विवाद छिड़ा तो पीजीआइ ने कहा कि रिपोर्ट उसकी नहीं है।
चंडीगढ़, [कमल जोशी]। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पीजीआइ चंडीगढ़ की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि पंजाब में 87 फीसद लोगों के कोरोना से संक्रमित होने की संभावना है। इस पर पंजाब में सियासी घमासान शुरू हो गया। विपक्षी दलाें ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला कर दिया है। पूरे मामले पर विवाद गहराने पर चंडीगढ़ पीजीआइ ने कहा कि यह रिपोर्ट हमारी नहीं है और ऐसी कोई रिपोर्ट जारी नहीं किए गई है।
सीएम ने कहा- देश की 58 फीसद आबादी हो सकती है कोरोना से संक्रमित
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत में कोरोना महामारी जुलाई-अगस्त के महीने में अपने शिखर पर पहुंचेगी। उन्होंने चंडीगढ़ पीजीआइ का हवाला देते हुए कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार पंजाब में 87 फीसदी लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि देश की 58 फीसद आबादी इससे संक्रमित हो सकती है।
कैप्टन ने पंजाब में कर्फ्यू की पाबंदियों को बनाए रखने की हिमायत की। कोरोना के प्रसार पर पीजीआइ चंडीगढ़ के विशेषज्ञों की रिपोर्ट का हवाला देने पर पूरे राज्य में विवाद छिड़ गया और कैप्टन अमरिंदर सिंह विपक्षी नेताओं के निशाने पर आ गए। पीजीआइ प्रशासन ने शाम को ऐसी कोई रिपोर्ट जारी करने से इन्कार कर दिया।
कैप्टन के दावों पर विवाद छिडऩे पर उनके मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट करके कहा कि कैप्टन ने जिस आकलन का उल्लेख किया है, वह पीजीआइ चंडीगढ़ के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के एडिशनल प्रोफेसर ऑफ हेल्थ इकोनॉमिक्स डॉ. शंकर प्रिंजा और उनकी टीम की एक रिपोर्ट पर आधारित है।
कैप्टन के बयान पर मचा घमासान, शिअद ने कहा- दहशत फैला रहे सीएम
इसके बाद पीजीआइ के जनसंपर्क अधिकारी ने एक बयान जारी कर कहा कि पीजीआइ के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग ने ऐसी कोई रिपोर्ट जारी नहीं की है। वहीं, शिरोमणि अकाली दल ने कहा कि कैप्टन दहशत फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
अफवाहें सुनकर बयानबाजी से परहेज करें कैप्टन: चीमा
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री अफवाहें सुनकर कोविड-19 के बारे बयानबाजी करने से परहेज करें। ऐसी बयानबाजी लोगों का मनोबल गिरा सकती है। चीमा ने कहा कि बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि मुख्यमंत्री ने बिना पुष्टि किए ही बयान जारी कर दिया। मुख्यमंत्री को इस पर तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए।
कैप्टन को पहले रिपोर्ट की पुष्टि कर लेनी चाहिए थी: हरसिमरत
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने ट्वीट में तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को किसी संस्थान का नाम लेने से पहले कम से कम उसके मुखिया से रिपोर्ट की पुष्टि अवश्य कर लेनी चाहिए थी। उन्होंने कैप्टन को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें ऐसे बयानों से बचना चाहिए, जिनसे लोगों में बेवजह की चिंता बढ़े।
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