गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और उसके गुर्गों के खिलाफ गवाही देने नहीं आ रहे कारोबारी मक्कड़, कोर्ट लगातार भेज रहा समन, पढ़ें वजह
चंडीगढ़ जिला अदालत में गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ चल रहे गोलीकांड मामले में शिकायतकर्ता कुलदीप सिंह मक्कड़ गवाही के लिए पेश नहीं हो रहे हैं। अदालत ने उन्हें कई बार समन भेजा है लेकिन वे अलग-अलग कारणों से उपस्थित नहीं हुए। एनआईए ने अदालत को बताया कि मक्कड़ अस्वस्थ हैं और गवाही देने के लिए फिट नहीं हैं इसलिए उन्हें अभी न बुलाया जाए।

रवि अटवाल, चंडीगढ़। गोलीकांड में शिकायतकर्ता कारोबारी कुलदीप सिंह मक्कड़ कनाडा बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और उसके साथियों के खिलाफ चंडीगढ़ जिला अदालत में गवाही के लिए पेश नहीं हो रहे हैं। उन्हें गैंगस्टर्स का खौफ है। मक्कड़ को करीब 10 महीने से अदालत की ओर से समन भेजे जा रहे हैं, हर बार अलग-अलग कारणों की वजह से वह गवाही देने नहीं आते। पिछले साल 19 जनवरी काे गोल्डी बराड़ ने अपने गुर्गों को भेजकर मक्कड़ की सेक्टर-5 स्थित कोठी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलवाई थी।
फायरिंग के कुछ देर बाद गोल्डी बराड़ ने वाट्सएप काॅल कर मक्कड़ से तीन करोड़ रुपये रंगदारी भी मांगी थी। इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है। मामले में आठ आरोपित पकड़े जा चुके हैं जबकि गोल्डी बराड़ को भगौड़ा घोषित किया गया है। पिछले साल जुलाई में एनआईए ने आरोपितों के खिलाफ फाइनल रिपोर्ट अदालत में पेश की थी।
उसके बाद तीन अक्टूबर 2024 को आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी, 201, 212, 307, 384, 386, 427, 506, अनलाफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट 1967(यूएपीए), आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप तय किए थे। 22 नवंबर 2024 से मुकदमा शुरू हुआ था और सबसे पहले गवाही के लिए शिकायतकर्ता मक्कड़ को समन भेजे गए थे।
यह समन नहीं पहुंचे तो उन्हें 14 जनवरी 2025 को फिर से समन भेजे गए। तब से छह बार समन भेजे जा चुके हैं, लेकिन हर बार वह पेश नहीं होते। अब 25 सितंबर को मामले की सुनवाई थी और इस बार वह स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर गवाही देने नहीं आए।
इन आरोपितों पर चल रहा केस
इस मामले में गुरविंदर सिंह लाड्डी, काशी सिंह उर्फ हैरी, शुभम गिरी उर्फ पंडित, अमृतपाल सिंह उर्फ गुज्जर, कमलप्रीत सिंह, प्रेम सिंह, सरबजीत सिंह सरबू और गगनदीप सिंह उर्फ गोल्डी पकड़े जा चुके हैं। इनके खिलाफ मुकदमा चल रहा है। इनके अलावा सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ और गुरप्रीत सिंह उर्फ गोल्डी राजपुरा भी आरोपित हैं जोकि इस समय विदेश में हैं। गोल्डी बराड़ को आतंकी घोषित किया जा चुका है। पिछले साल एनआइए ने उस पर 10 लाख रुपये का ईनाम भी घोषित किया था।
अब जवाब मिला-गवाही के लिए फिट नहीं हैं
इस मामले की पिछली सुनवाई 25 सितंबर को थी। इस दौरान एनआइए ने जवाब दिया कि मक्कड़ को समन भेजे गए थे, लेकिन उनकी बेटी ने कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। उनका इलाज चल रहा है और वह गवाही के लिए फिट नहीं हैं। ऐसे में एनआईए ने अदालत से मांग रखी कि अब जब तक वह स्वस्थ नहीं हो जाते, उन्हें गवाही के लिए न बुलाया जाए।
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