चंडीगढ़ में टूटी सड़कें बनी राजनीतिक मुद्दा, वर्षा का सीजन थमते ही ठीक कराएगा प्रशासन
सिटी ब्यूटीफुल में बदहाल सड़कें एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है। नगर निगम की वित्तीय हालत खराब होने से सेक्टरों को विभाजित करने वाले वी-3 रोड बनाने के लिए नगर निगम ने प्रशासन को सौंप दिए हैं। इन्हें बनाने के बाद प्रशासन वापस करेगा। वर्षा का दौर थमते ही रीकार्पेटिंग का काम शुरू होगा।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल में बदहाल सड़कें एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है। नगर निगम की वित्तीय हालत खराब होने से सेक्टरों को विभाजित करने वाले वी-3 रोड बनाने के लिए नगर निगम ने प्रशासन को सौंप दिए हैं। इन्हें बनाने के बाद प्रशासन वापस करेगा। इसके अलावा वी-4, 5, 6 रोड नगर निगम खुद ही बनवाएगा। इन रोड के लिए अनुमान तैयार किए जा रहे हैं। वर्षा का दौर थमते ही रोड रीकार्पेटिंग का काम शुरू होगा। इन दिनों चंडीगढ़ में सड़कों की हालत बेहद खराब है। पहले ही कई-कई वर्षाें से रीकार्पेटिंग नहीं हुई है। वर्षा के पानी से सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। इनसे हादसे भी हो रहे हैं। निगम ने फंड की उपलब्धता को देखते हुए सड़कों को खराब, अति खराब कैटेगरी में बांटा है। पहले अति खराब सड़कों को बनाया जाएगा।
वी- 3 निगम का सबसे अहम रोड
वी- 3 नगर निगम का सबसे अहम रोड है। इससे पहले के वी 1 और वी - 2 रोड प्रशाशन के पास हैं। इसके मुख्य रोड वी- 3 ही हैं। इनकी रिकॉरपेटिंग पर निगम का सबसे अधिक खर्च आता है। निगम के पास फंड नहीं है इसलिए ही निगम इन्हें बना नहीं पा रही।
विपक्ष इसके खिलाफ
नगर निगम सदन में भी यह प्रस्ताव लाया गया था लेकिन विपक्ष ने इस पर सहमति नहीं जताई थी। उन्होंने कहा था कि यह मुख्य रोड प्रशाशन को दे देंगे तो निगम के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की रोड विंग का क्या होगा। यहां ऐसे ही सैलरी दी जा रही है। आप पार्षद हरदीप सिंह ने कहा था कि फिर रोड विंग को भी दे देना चाहिए। हालांकि सदन ने इसे खारिज कर दिया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।