अक्षय कुमार ने फोन कर पंजाब पुलिस से लगाई गुहार, अफसरों की दो टूक से हुए निराश
बाॅलीवुड स्टार अक्षय कुमार को पंजाब के बरगाड़ी कांड काे लेकर एसआइटी के समक्ष पेश होना ही पड़ेगा। पेशी से छूट के उनके अनुरोध को पुलिस ने ठुकरा दिया। वह 21 या 22 नवंबर को पेश होंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़ : बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार बेअदबी और गोलीकांड की जांच कर रही एसआइटी के सामने पेश होंगे या नहीं, इस पर संशय खत्म हो गया है। बताया जाता है कि अक्षय कुमार ने मामले की जांच कर रहे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर पेशी से छूट मांगी थी, लेकिन उनको निराशा हाथ लगी। ऐसे में अब वह एसआइटी के समक्ष 21 या 22 नवंबर को चंडीगढ़ में पेश होंगे।
बॉलीवुड स्टार को एसआइटी के समक्ष होना होगा पेश, आज या 22 को आएंगे पंजाब
सूत्रों के मुताबिक, अक्षय कुमार ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से कहा कि वह पहले भी कह चुके हैं कि उनका डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम से कोई संबंध नहीं रहा है। वह यह बात टि्वटर पर भी कह चुके हैं। चंडीगढ़ में भी पूछताछ में यही कहेंगे, इसलिए उन्हें पेश न होने की इजाजत दी जाए।
पांच सवालों के देने होंगे जवाब, एसआइटी ने तैयार की प्रश्नावली
सूत्र बताते हैं कि पुलिस अधिकारियों ने अक्षय को दो टूक कह दिया कि उनसे पूछताछ एक कानूनी प्रक्रिया है और उन्हें पेश होना ही पड़ेगा। एसआइटी की एक प्रश्नावली होती है, जिसका जवाब उन्हें देना पड़ेगा। इसके बाद अक्षय कुमार ने कहा कि वह 21या 22 नवंबर को एसआइटी के समक्ष पेश होंगे। सूत्रों का यह भी कहना है कि एसआइटी अक्षय कुमार से पांच प्रश्न करेगी। बताते हैं कि पुलिस ने उन्हें यह भी सहूलियत दी है कि अमृतसर या चंडीगढ़ उन्हें जहां आसानी हो, वहीं जांच में शामिल होने के लिए पेश हों।
गुरमीत राम रहीम और सुखबीर की मीटिंग कराने का आरोप
अक्षय कुमार पर डेरा सच्चा सौदा के मुखी गुरमीत राम रहीम और शिअद प्रधान तथा पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल के बीच मध्यस्थता कराने का आरोप है। आरोप लगाया गया है कि इसके लिए 100 करोड़ की डील हुई थी। जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक भी गुरमीत राम रहीम की फिल्म 'मैसेंजर ऑफ गॉड' को रिलीज कराने के लिए अक्षय कुमार के घर पर मीटिंग हुई थी।
एसआइटी ने इस मामले में समन जारी कर बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार को 21 नवंबर को अमृतसर पेश होने को कहा था। गौरतलब है कि इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल 16 नवंबर को और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल 19 नवंबर को एसआइटी के सामने पेश होकर बयान दर्ज करवा चुके हैं।