Punjab Politics: आज चंडीगढ़ में BJP फिर लगाएगी जनता की विधानसभा, CAG रिपोर्ट पेश कर सरकार को घेरने की है तैयारी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सोमवार को चंडीगढ़ में जनता विधानसभा का आयोजन करेगी। यह आयोजन विधानसभा के विशेष सत्र के समानांतर होगा। भाजपा कैग की रिपोर्ट पेश कर राज्य सरकार को बाढ़ राहत राशि पर घेरने का प्रयास करेगी। यह कदम आप द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के बाढ़ राहत के 1600 करोड़ रुपये को जुमला बताने के विरोध में है। 2022 में भी भाजपा ने जनता विधानसभा का आयोजन किया था।

कैलाश नाथ, चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई सोमवार को एक बार फिर अपना इतिहास दोहराएगी। पार्टी सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र के समानांतर चंडीगढ़ में ही जनता की विधानसभा का आयोजन करेगी।
खास बात यह है कि भाजपा की ओर से पहले 27 सितंबर 2022 को ऐसी ही विधानसभा का आयोजन किया गया था और अब तीन वर्ष बाद 29 सितंबर को भी ऐसी विधानसभा का आयोजन किया जा रहा है।
यह विधानसभा सेक्टर 37 स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय के पास बंद पड़े बत्रा सिनेमा की पार्किंग में आयोजित की जा रही है। भाजपा इस दौरान कैग की रिपोर्ट पेश कर राज्य सरकार को घेरने का प्रयास करेगी।
भाजपा का कहना है कि विधानसभा के विशेष सत्र में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बाढ़ राहत के लिए दिए गए 1,600 करोड़ रुपये को ‘जुमला’ बताकर सदन में विरोध करने और राज्य आपदा प्रबंधन फंड में पड़े 12,000 करोड़ रुपये के फंड को लेकर लोगों को गुमराह करने के विरोध में इसका आयोजन किया जा रहा है।
27 सितंबर 2022 को भाजपा ने जनता विधानसभा का आयोजन इस कारण किया था चूंकि सत्ताधारी आम आदमी पार्टी विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लेकर आ रही थी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 28 सितंबर 2022 को यह प्रस्ताव विधानसभा में पेश किया था। इस प्रस्ताव को इसलिए ऐतिहासिक माना गया था क्योंकि विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव तो पेश हो सकता था लेकिन विश्वास प्रस्ताव नहीं।
इसी प्रकार बीते कल 26 सितंबर को सत्ता रूढ़ पार्टी के विधायकों ने बाढ़ के लिए प्रधानमंत्री की ओर से दिए गए राहत पैकेज को जुमला बताते हुए विधानसभा की वेल में आकर पोस्टर लहराए। इस कारण स्पीकर को सदन 20 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। विधानसभा के इतिहास में पहला मौका था जब सत्ता पक्ष की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित हुई हो और सत्ता पक्ष ने विरोध किया हो।
जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में फैसला लिया गया कि भाजपा जनता की विधानसभा लगाएगी। हालांकि, इस बार इस विधानसभा की कमान कार्यकारी प्रधान व पठानकोट के विधायक अश्वनी शर्मा संभालेंगे जबकि 2022 में सुनील जाखड़ ने कमान संभाली थी। जाखड़ इन दिनों शहर में नहीं हैं।
अश्वनी शर्मा ने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा ‘जब विधानसभा की मर्यादा को ठेस पहुंचाई जाए, स्पीकर अपना संवैधानिक फर्ज भूल जाएं, सत्ता पक्ष जनता की आवाज का मजाक उड़ाने लगे और सरकार जनता के जख्मों पर मरहम की जगह नमक छिड़कने लगे तो लोगों की अपनी विधानसभा बुलाना जरूरी हो जाता है।
भाजपा नेता डॉ. सुभाष शर्मा का कहना है कि सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए इतना नीचे गिर गई हैं कि उसने विधानसभा को भी नहीं छोड़ा। 2022 में सरकार विश्वास प्रस्ताव लाई। वो भी राज्यपाल को गुमराह करके। नियमानुसार सरकार विश्वास प्रस्ताव ला ही नहीं सकती।
अब सरकार सदन के अंदर प्रधानमंत्री का विरोध कर रही है जो देश की 140 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। और तो और सदन में ही सरकार एसडीआरएफ के 12,000 करोड़ को लेकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। हम कैग की रिपोर्ट पेश कर सरकार की सच्चाई भी जनता के सामने लाएंगे।
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