BJP ने लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब को चार जोन में बांटा, केंद्रीय मंत्रियों को सौंपी अहम जिम्मेदारी; ये है प्लान
नड्डा और शाह भले ही मोदी सरकार के 9 वर्ष के पूरा होने को लेकर रैलियां कर रहे हों लेकिन पार्टी की नजर 2024 में राज्य की 9 सीटों पर टिकी हुई हैं। बीजेपी पंजाब में बिना गठबंधन के चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।

चंडीगढ़, कैलाश नाथ। लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने पंजाब को चार जोन में बांट दिया है। तीन जोन वह हैं, जहां पर भाजपा खुद चुनाव लड़ना चाहती है, वहां की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री को सौंपी गई है। जबकि चौथे जोन जिसमें लोकसभा की 4 सीटें हैं, की जिम्मेदारी स्थानीय नेताओं को सौंपी गई है। 14 जून को होशियारपुर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और 18 जून को गुरदासपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली भाजपा की उसी रणनीति का हिस्सा है।
नड्डा और शाह भले ही मोदी सरकार के 9 वर्ष के पूरा होने को लेकर रैलियां कर रहे हों, लेकिन पार्टी की नजर 2024 में राज्य की 9 सीटों पर टिकी हुई हैं। पंजाब में किसी पार्टी के साथ गठबंधन किए बिना अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का दावा कर रही भाजपा ने संगरूर, पटियाला और लुधियाना लोकसभा सीट के लिए केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया को, होशियारपुर, श्री आनंदपुर साहिब और बठिंडा लोकसभा सीट के लिए गजेंदर शेखावत और गुरदासपुर, अमृतसर और जालंधर लोक सभा सीट के लिए अर्जुन राम मेघवाल को इंचार्ज बनाया है।
फिरोजपुर और संगरूर को लेकर चल रही चर्चाएं
यह वह 9 सीटें हैं जहां पर भाजपा अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहती है। हालांकि, संगरूर और फिरोजपुर को लेकर पार्टी में अभी चर्चा चल रही है कि क्या संगरूर सीट पर जोर लगाया जाए या फिरोजपुर सीट पर। इन दोनों सीटों को लेकर अभी मत-भिन्नता है, क्योंकि फिरोजपुर वह सीट है जहां पर भाजपा का आधार पहले से ही रहा है। वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ और पूर्व कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह सोढ़ी भी फिरोजपुर जिले से ही संबंधित हैं और अबोहर व फाजिल्का दो ऐसी विधानसभा सीटें हैं जहां से भाजपा जीतती भी रही है।
इन क्षेत्रों में होगी मंत्रियों की रैली
फिरोजपुर को छोड़ दिया जाए तो फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट (दोनों रिजर्व) और खडूर साहिब लोकसभा सीट की जिम्मेदारी पार्टी ने पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया और राजकुमार वेरका को सौंपी है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि तीनों केंद्रीय मंत्री अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र (जो उन्हें आवंटित हुई हैं) में रैलियां व बैठक कर पार्टी के जनाधार को बढ़ाएंगे। इसी योजना के मद्देनजर जेपी नड्डा और अमित शाह की रैली उन लोकसभा क्षेत्रों में करवाई जा रही है, जहां पर भाजपा के सांसद हैं।
भाजपा मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में हो रही रैलियों में एक रैली मालवा में भी करवाना चाहती है। हालांकि, अभी तक पार्टी हाईकमान की तरफ से इसकी मंजूरी नहीं मिली है। जिस प्रकार से भाजपा ने लोकसभा की सीटों को चिन्हित करके काम शुरू किया है और उनके केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि उनका शिरोमणि अकाली दल के साथ समझौता नहीं होगा, उससे स्पष्ट संकेत मिलने लगे हैं कि भाजपा अब अपने दम पर 2024 में अधिकांश सीटों पर लोकसभा चुनाव में उतरेगी।
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