बिक्रम मजीठिया की अदालत में पेशी से पहले SAD नेता नजरबंद, अकाली लीडर बोले- मान सरकार को किस बात को डर?
शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया आय से अधिक संपत्ति के मामले में मोहाली की अदालत में पेश होंगे। पेशी से पहले कई अकाली नेताओं को नजरबंद किया गया है जिस पर शिअद ने सरकार की तानाशाही बताई है। मजीठिया न्यायिक रिमांड पर हैं और उन्होंने जमानत के लिए याचिका दायर की है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। आय से अधिक मामले में आरोपित शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की को आज मोहाली की अदालत में पेश किया जाएगा।
लेकिन मजीठिया की पेशी से पहले कई अकाली नेताओं को घरों में नजरबंद कर दिया गया। शिअद के प्रवक्ता अर्शदीप कलेर ने कहा कि यह अघोषित इमरजेंसी है।
कलेर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को किस बात का डर है। मजीठिया न्यायिक रिमांड पर है जोकि आज खत्म हो रहा है।
मोहाली अदालत में पेशी को लेकर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। मजीठिया ने अदालत में जमानत के लिए याचिका दायर कर रखी है जिस पर सुनवाई 22 जुलाई को होनी है। सरकार ने अकाली नेताओं के संभावित विरोध प्रदर्शनों से बचने के लिए पहले से सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
अकाली नेताओं ने इसे लोकतंत्र की घोर हत्या बताते हुए कहा, "यह सरकार की खुली तानाशाही और नादिरशाही सोच का नतीजा है। हमें हमारा लोकतांत्रिक हक भी नहीं दिया जा रहा।
गौरतलब है कि मजीठिया की पिछली पेशी के दौरान भी अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल समेत कई वरिष्ठ नेताओं को या तो हिरासत में ले लिया गया था या फिर नजरबंद किया गया था।
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