Bhullar रिश्वत केस, सीबीआई ने कोर्ट से मांगा बिचौलिये का 12 दिनों का रिमांड, कई और आईपीएस के खुलेंगे राज
चंडीगढ़ से, रिश्वत मामले में गिरफ्तार पूर्व डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के साथ अन्य आईपीएस अधिकारी भी सीबीआई के घेरे में हैं। सीबीआई ने बिचौलिये कृष्णु शारदा के 12 दिन के रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। सीबीआई को रिश्वत कांड में कई और पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत का पता चला है। भुल्लर और बिचौलिये की कॉल रिकॉर्डिंग से रिश्वत की मांग का खुलासा हुआ।

फोटो उस समय का है जब सीबीआई ने बिचौलिये को कोर्ट में पेश किया था।
रवि अटवाल, चंडीगढ़। रिश्वत मामले में गिरफ्तार हुए पंजाब के पूर्व डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के साथ अब कई और आईपीएस अधिकारी भी सीबीआई की रडार पर आ गए हैं। सीबीआई ने सोमवार को विशेष अदालत में अर्जी दायर कर बिचौलिये कृष्णु शारदा का 12 दिनों का रिमांड मांग लिया है। इस अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई होगी। सीबीआई ने 16 अक्टूबर को भुल्लर और बिचौलिये शारदा को गिरफ्तार किया था। हालांकि अगले दिन दोनों को न्यायिक हिरासत में बुड़ैल जेल भेज दिया गया था।
तब सीबीआई ने दोनों का रिमांड नहीं मांगा था, लेकिन अब करीब 10 दिनों तक चली लंबी जांच के बाद सीबीआई को कई अहम जानकारियां मिली हैं। सीबीआई को इस रिश्वत कांड में कई और पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत का भी पता चला है। इसलिए सीबीआई ऐसी सभी जानकारियां बिचौलिये कृष्णु शारदा से निकलवाना चाहती है। इसलिए सीबीआई ने अदालत से उसका 12 दिनों का रिमांड मांग लिया है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को जानकारी मिली है कि कृष्णु शारदा कई और पुलिस अधिकारियों व नेताओं के लिए भी काम करता था। वह उनके लिए भी उगाही करता था। इसलिए सीबीआई उससे पूछताछ करना चाहती है।
मिली थी बिचौलिये और भुल्लर की कॉल रिकाॅर्डिंग
जब सीबीआई ने हरचरण सिंह भुल्लर (गिरफ्तारी के समय रोपड़ रेंज के डीआईजी) और उनके बिचौलिये कृष्णु शारदा को गिरफ्तार किया था तो तब एक कॉल रिकाॅर्डिंग भी मिली थी। काॅल रिकॉर्डिंग में भुल्लर बिचौलिये को कहते हैं कि अट्ठ फड़ने ने अट्ठ। जिन्ने देंदा, नाल-नाल फड़ी चल, ओहनूं कह दे अट्ठ कर दे पूरा। रिकॉर्डिंग में मंथली मांगे जाने की भी बात है। एक रिकॉर्डिंग में बिचौलिया आकाश से कहता है कि अगस्त दा नहीं आया, सितंबर दा नहीं आया।
जानकारी के मुताबिक दो साल पहले सरहिंद पुलिस थाने में आकाश के विरुद्ध आपराधिक केस दर्ज हुआ था। डीआईजी उसी केस में राहत देने के नाम पर आठ लाख रिश्वत और हर महीने पैसे देने की मांग कर रहे थे। इसी से तंग आकर आकाश ने 11 अक्टूबर को सीबीआई को शिकायत दे दी।

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