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    डॉक्टरों की चेतावनीः व्हिस्की से ज्यादा बीयर रिस्की, जरा संभलकर छलकाएं जाम Chandigarh News

    By Edited By:
    Updated: Sun, 22 Sep 2019 12:05 PM (IST)

    लोग बीयर को कम एल्कोहलिक मानकर ज्यादा मात्रा में लेते हैं जिससे शरीर में ज्यादा एल्कोहल पहुंचती है। वहीं व्हिस्की पीने वाले एक बार में एक या दो पैग ही लेते हैं।

    डॉक्टरों की चेतावनीः व्हिस्की से ज्यादा बीयर रिस्की, जरा संभलकर छलकाएं जाम Chandigarh News

    चंडीगढ़ [वीणा तिवारी]। क्या आप बीयर को व्हिस्की से कम रिस्की मानकर उसे धड़ल्ले से गटकते हैं? अगर हां तो संभल जाइए। क्योंकि व्हिस्की की तुलना में बीयर पीने वाले तेजी से लिवर डिजीज के शिकार हो रहे हैं। दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के सीनियर गेस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. प्रमोद गर्ग का कहना है कि इसका कारण बीयर को कम एल्कोहलिक मानकर ज्यादा मात्रा में लेने से एक बार में शरीर में ज्यादा एल्कोहल का पहुंचना है। जबकि व्हिस्की पीने वाले एक बार में एक या दो पैग लेते हैं। ऐसे में अगर दोनों की तुलना की जाए तो व्हिस्की के बजाय बीयर ज्यादा नुकसान पहुंचा रही है।

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    डॉ. प्रमोद गर्ग

    नहीं चेते तो दिल से दिमाग तक पडे़गा बुरा असर

    - विशेषज्ञों के अनुसार रिसर्च से इस बात की पुष्टि होती है कि शराब पीने वालों में मुंह, गले, खाने की नली, लिवर, ब्रेस्ट, पेट और मलाशय के कैं सर का खतरा बढ़ जाता है।

    -भूलने की बीमारी हो सकती है, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण धीमी गति से होने से एनीमिया होने का डर रहता है।

    -शराब से प्लेटलेट्स की ब्लड क्लॉट्स के रूप में जमा होने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक हो सकता है, शराब लिवर सेल्स के लिए जहर का काम करती है, डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं।

    -नर्वस सिस्टम प्रभावित होने के साथ ही पैनक्रियाटिटिस होने पर पेट दर्द, उल्टी होने लगती है।

    ऐसे जा रही ज्यादा शराब

    ब्रांड       एल्कोहल की मात्रा      किया जा रहा सेवन

    बीयर     6 प्रतिशत              तीन से चार केन (300 एमएल)

    वाइन     12 प्रतिशत             एक पैग (30 एमएल)

    व्हिस्की  35 प्रतिशत             एक पैग (30 एमएल)

    योग और दृढ़ संकल्प को बनाएं हथियार

    डॉक्टरों का कहना है कि शराब की लत को अचानक से छोड़ने के बजाय उसे धीरे-धीरे कम करने की आदत डालनी होगी। इसके लिए योग और ध्यान को बेहद कारगर माना गया है। ऐसा करके अपनी इच्छाशक्ति को मजबूती दी जा सकती है।

    -खुद को ज्यादा से ज्यादा व्यस्त रखें, परिवार और बच्चों के साथ सामय गुजारें।

    -प्रेरणादायक स्त्रोत पर फोकस करें। नियमित व्यायाम और संतुलित आहार के साथ कम से कम सात घंटे की नींद लें, तनाव को कम करने के लिए शराब के बजाय परिवार से समस्या पर खुलकर बात करें, 24 घंटे का शेड्यूल तय करें।

    ज्यादा शराब पीने पर तत्काल होने वाली परेशानी

    -मानसिक स्थिति में परिवर्तन होना

    -उच्च रक्तचाप

    -शारीरिक असंतुलन

    -उल्टी होना

    -घबराहट

    -स्किन कलर में चेंज

    -शरीर के तापमान में कमी (हाईपोथर्मिया)

    -बेहोशी

    -हार्ट बीट बढ़ना

    -अधिक पसीना आना