पूर्व सीएम बेअंत सिंह हत्याकांड के प्रमुख गवाह ने मांगी सुरक्षा बहाली, आतंकी और कट्टरपंथी संगठनों से बताया खतरा
पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह बलविंदर सिंह उर्फ बिट्टू ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा बहाल करने की मांग की है। उन्होंने आतंकी खतरों का हवाला देते हुए कहा कि पहले मिली सुरक्षा व्यवस्था, जिसमें सुरक्षाकर्मी और पेट्रोलिंग शामिल थे, फिर से बहाल की जाए। उन्होंने आतंकी और कट्टरपंथी संगठनों से जान को खतरा बताया है।

पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह का फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बेअंत सिंह की हत्या के मामले के प्रमुख गवाह बलविंदर सिंह उर्फ बिट्टू ने चंडीगढ़ पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर पहले से दी गई पूरी सुरक्षा बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि उन्हें अब भी आतंकी और कट्टरपंथी संगठनों से जान का खतरा बना हुआ है, इसलिए उनकी सुरक्षा में किसी भी प्रकार की ढील देना गंभीर परिणाम ला सकता है। बलविंदर ने पत्र में उल्लेख किया है कि वे वर्तमान में चंडीगढ़ के सरकारी आवास में रह रहे हैं और उनके खिलाफ खतरे को पंजाब तथा चंडीगढ़ पुलिस के अलावा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट भी कई बार मान्यता दे चुका है।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा समीक्षा समूह के अनुमोदन के अनुसार उन्हें पहले निम्न सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। पांच निजी सुरक्षा अधिकारी तीन चंडीगढ़ पुलिस से और दो पंजाब पुलिस से चौबीसों घंटे सुरक्षा के लिए 14 सुरक्षाकर्मी, मोबाइल सुरक्षा के लिए एस्कॉर्ट पीसीआर मोटरसाइकिल, उनके निवास के बाहर तैनात एक स्थायी पेट्रोलिंग वाहन शामिल था। बलविंदर सिंह ने कहा कि यह सुरक्षा व्यवस्था उनके खिलाफ खतरे की गंभीरता के अनुसार आवश्यक मानी गई थी।
उन्होंने अपने पत्र में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों का भी हवाला दिया है। विशेष रूप से तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश बिनोद कुमार रॉय और न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने आदेश दिया था कि यदि याचिकाकर्ता की सुरक्षा में कोई ढिलाई या चूक हुई तो इसे अत्यंत गंभीरता से लिया जाएगा और अवमानना की कार्रवाई भी हो सकती है।
बलविंदर सिंह ने अनुरोध किया है कि पहले की तरह सुरक्षा व्यवस्था, जिसमें 5 पीएसओ (सभी चंडीगढ़ पुलिस से), 14 आवासीय गार्ड, एस्कॉर्ट मोटरसाइकिल और निरंतर पेट्रोलिंग शामिल है, तुरंत बहाल की जाए। साथ ही उन्होंने मांग की है कि यूटी सिक्योरिटी रिव्यू कमेटी उनकी वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए नई खतरा समीक्षा करे। उन्होंने अपने पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए लिखा कि वे बेअंत सिंह हत्याकांड के प्रमुख गवाह हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि न्याय प्रक्रिया की सुरक्षा का भी सवाल है।

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