'आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या की...', ASI संदीप लाठर सुसाइड मामले में ऐसा क्यों बोले पंजाब के मंत्री हरपाल चीमा?
पंजाब के मंत्री हरपाल चीमा ने एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या को हत्या बताया है। उन्होंने कहा कि लाठर एक ईमानदार अधिकारी थे और उनकी मौत की गहन जांच होनी चाहिए। चीमा ने परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया और सरकार की ओर से हर संभव मदद का वादा किया। उन्होंने दोषियों को बख्शने की बात भी कही।

संदीप लाठर और हरपाल सिंह चीमा (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार मामले की जांच कर रहे रोहतक के साइबर सेल के एएसआइ संदीप लाठर की ओर से आत्महत्या करना सुनियोजित हत्या भी हो सकती है ताकि अनुसूचित जाति की आवाज को दबाया जा सके। यह बाद राज्य के वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कही।
चीमा वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में हरियाणा के डीजीपी और रोहतक के एसपी को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात करने के बाद राजभवन के बाहर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का वीडियो सामने आया है उसमें हत्या की भी आशंका लगती है और इसमें किसी एजेंसी का हाथ हो सकता है।
'एडीजीपी की आत्महत्या कोई छोटी बात नहीं'
उन्होंने कहा कि एएसआइ ने पहले अपनी सारी स्टेटमेंट का वीडियो बनाया और उसके बाद आत्महत्या कर ली। आम आदमी पार्टी से जुड़े अनुसूचित जाति के सांसद, विधायक, एससी विंग के प्रधान और अन्य नेताओं के साथ राज्यपाल से मिलने के दौरान चीमा ने मांग की कि एक अनुसूचित जाति से संबंधित एडीजीपी का आत्महत्या कर लेना छोटी बात नहीं है लेकिन उन्हें इंसाफ अभी तक नहीं मिला है।
चीमा ने कहा कि राज्यपाल जो चंडीगढ़ के प्रशासक भी हैं, ने हमें आश्वासन दिया है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई होगी। चीमा ने कहा कि अगर ऐसा न हुआ तो आम आदमी पार्टी भाजपा के खिलाफ गांव-गांव जाकर लोगों को एकजुट करेगी।
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