मोहाली में नर्स के हत्यारे एएसआई को उम्रकैद, यह सजा महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े अपराधों पर सख्त कार्रवाई का संदेश
मोहाली अदालत ने बर्खास्त एएसआई रशपाल सिंह को नर्स नसीब कौर की हत्या के मामले में दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। उस पर 50 हजार का जुर्माना भी लगाया गया। रशपाल ने शादी का दबाव डालने पर नर्स की हत्या कर दी थी और शव को तालाब के पास फेंक दिया था। अदालत का फैसला समाज में कड़ा संदेश देता है।

जागरण संवाददाता, मोहाली। अदालत ने बर्खास्त एएसआई रशपाल सिंह को 23 वर्षीय नर्स नसीब कौर की हत्या और सुबूत मिटाने के मामले में दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। अदालत ने दोषी पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। अदालत का यह फैसला न केवल अपराधी को सजा देने वाला है बल्कि समाज में यह संदेश भी देता है कि महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े अपराधों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला 13 नवंबर 2022 का है, जब सोहाना गांव के तालाब के पास नसीब कौर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। घटना के 11 दिन बाद पुलिस ने मोहाली के सेक्टर 67 से रशपाल सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान रशपाल ने कुबूल किया था कि हत्या की रात वह नसीब कौर के साथ शराब पी रहा था। नसीब ज्यादा शराब पीने के बाद बेहोश हो गई थी। इस दौरान शादी का दबाव डालने पर उसने गुस्से में उसका गला घोंट दिया। इसके बाद शव को स्कूटी पर रखकर ले गया था और तालाब के पास फेंक दिया। सीसीटीवी फुटेज में वह शव ले जाते हुए कैद हुआ था।
पंचकूला के एक प्राइवेट अस्पताल में नर्स थी नसीब कौर
23 वर्षीय नसीब कौर पंचकूला के एक प्राइवेट अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर काम करती थी। हत्या से करीब 15 दिन पहले ही वह अबोहर से मोहाली आई थी और सोहाना में किराये के मकान में रह रही थी। पुलिस जांच में सामने आया कि रशपाल और नसीब लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। नसीब के मोबाइल फोन, चैट्स और सीसीटीवी फुटेज से यह रिश्ता और अपराध की पुष्टि हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह साफ हुआ कि नसीब की गला दबाकर हत्या की गई थी और उसकी गर्दन की हड्डियां टूट चुकी थीं।
रशपाल डकैती के मामले में भी हुआ था बर्खास्त
पुलिस ने अदालत को यह भी बताया कि रशपाल सिंह का आपराधिक इतिहास रहा है। उसे पहले डकैती के मामले में सेवा से बर्खास्त किया गया था। उस घटना में उसने पिस्तौल के बट से एक व्यक्ति पर हमला किया था। वह पंचकूला में गैंगस्टर एनकाउंटर के दौरान गोली भी खा चुका था, जिसके बाद उसे हेड कांस्टेबल से एएसआई पद पर प्रमोट किया गया था। लेकिन इसके बावजूद उसने अपराध की राह नहीं छोड़ी और दूसरी डकैती की घटना को अंजाम दिया।
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