पेक से पासआउट आशीष भाटिया ने संभाली डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा की कमान
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के पूर्व स्टूडेंट आइपीएस आशीष भाटिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे पर सुरक्षा व्यवस्था की पूरी कमान संभाली। ...और पढ़ें

चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पेक) के पूर्व स्टूडेंट और चंडीगढ़ निवासी आइपीएस आशीष भाटिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे पर सुरक्षा व्यवस्था की पूरी कमान संभाली। उन्होंने ट्रंप के साथ ही और उनके परिवार की सुरक्षा व्यवस्था का पूरा जिम्मा संभाला।
देश और दुनिया में चर्चा में रहे इस दौरे में अहम जिम्मेदारी निभाने पर पेक डायरेक्टर ने सोशल मीडिया पर भाटिया की प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ फोटो शेयर करते हुए उनकी इस उपलब्धि को पेक के लिए गर्व की बात बताया है।
1985 बैच के आइपीएस हैं भाटिया
1985 बैच के आइपीएस भाटिया वर्तमान में अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर हैं। अहमदाबाद दौरे के दौरान भाटिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के अंगरक्षक की भूमिका में उनके साथ-साथ नजर आए। आशीष भाटिया के अनुसार इस दौरे पर सुरक्षा के इंतजाम को पुख्ता करना ही उनके और टीम के लिए कड़ी चुनौती थी। हमने इसके लिए एक-डेढ़ महीना पहले से तैयारियां शुरू कर दी थी।
सुरक्षा के इंतजाम को मद्देनजर रखते हुए जवानों को उनकी जिम्मेदारी बता दी गई थी। दौरे के लिए 33 पुलिस उपायुक्त, 75 सहायक पुलिस आयुक्त, 300 पुलिस इंस्पेक्टर, 1,000 सब इंस्पेक्टर, 12,000 जवान और दो हजार महिला पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।
अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से लेकर मोटेरा स्टेडियम तक संभाला मोर्चा
अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से लेकर मोटेरा स्टेडियम तक मुख्य सुरक्षा की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर थी। अहमदाबाद में आने से लेकर वीआइपी परिवार के जाने तक उन्होंने पूरी सुरक्षा व्यवस्था संभाली। भाटिया पेक से वर्ष 1983 बैच के पासआउट होने के साथ ही पेक एलुमनी के मुख्य सदस्यों में से एक हैं। आशीष ने जिंदगी के शुरुआती पल चंडीगढ़ में ही बिताए हैं। वह सेक्टर-35 के 1619ए मकान में रहते थे। उन्होंने पेक से बीएसई इंजीनिय¨रग (मैकेनिकल) की है।
गुजरात में हुए इंडियन मुजाहिदीन ऑपरेशन में भी थे शामिल
2008 में गुजरात में इंडियन मुजाहिदीन द्वारा किए गए सीरियल बम ब्लास्ट केस में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने इस मामले में बम ब्लास्ट में शामिल कई आतंकवादियों को पकड़ा था। ईमानदार और निष्ठा से अपने कर्तव्यों को निभाने वाले 68 वर्षीय आशीष ने ट्रंप की सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारी भी बड़े सरल और शांत तरीके से निभाई।
टेबल टेनिस खेलना है पसंद
पुलिस कमिश्नर आशीष खेल के क्षेत्र में एक्टिव रहते हैं। कॉलेज के समय से उन्हें टेबल टेनिस खेलना बहुत पसंद था। कई राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में उन्होंने भाग भी लिया और टूर्नामेंट अपने नाम भी किए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति के सुरक्षा दस्ते में पेक स्टूडेंट का शामिल होना संस्थान के लिए सम्मान की बात है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह ऐतिहासिक दौरा रहा। -प्रो. धीरज सांघी, डायरेक्टर, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़

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