एक वर्ष में चंडीगढ़ में नौ लाख 95 हजार ट्रैफिक चालान, पांच वर्ष में चालान से जुटे 119 करोड़ रूपये
चंडीगढ़ बना चालानगढ़। एक वर्ष में काटे गए नौ लाख 95 हजार के चालान। बीते पांच वर्षो में लगातार ट्रैफिक नियम तोड़ने पर चालान की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। चालान होने के बाद लोक अदालत और आनलाइन सुविधा से भुगतान प्रक्रिया भी चंडीगढ़ प्रशासन करता है जिसमें पांच वर्ष में 119 करोड़ रूपये चालान के तौर पर जुटाए जा चुके है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़
ट्रैफिक लाइट पर लगे हुए कैमरों का कमाल है कि चंडीगढ़ में एक वर्ष में नौ लाख 95 हजार 797 चालान काटे गए है। यह जानकारी मंगलवार को संसद में सांसद मनीष तिवारी की तरफ से पूछे गए सवाल के उत्तर में सामने आए हैं। सांसद मनीष तिवारी ने मानसून सत्र में सवाल उठाया था कि चंडीगढ़ में ट्रैफिक लाइट प्वाइंट पर कैमरे लगाए गए है उनसे बीते पांच वर्षो में कितने चालान कटे है। संसद की तरफ से जारी उत्तर में सामने आया है कि चंडीगढ़ में प्रतिवर्ष चालान में बढ़ोतरी हो रही है। वर्ष 2024 में नौ लाख 95 हजार 797 जबकि वर्ष 2023 में नौ लाख 93 हजार 558 चालान कटे है। चंडीगढ़ में हर लाइट प्वाइंट पर स्पेशल सीसीटीवी कैमरा लगाए गए है जो कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान काटते है।
चंडीगढ़ में बीते चार वर्ष से ट्रैफिक लाइट प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। कैमरों की मदद से प्रति वर्ष चालान में बढ़ोतरी हुई है।
वर्ष चालान
2020 - एक लाख 81 हजार 558
2021 - दो लाख 42 हजार 937
2022 - छह लाख तीन हजार 118
2023 - नौ लाख 93 हजार 558
2034 - नौ लाख 95 हजार 797
221 करोड़ में से रिकवर हुए 119 करोड़ रूपये:
बीते पांच वर्षो में ट्रैफिक लाइट प्वाइंट पर हुए चालान से चंडीगढ़ प्रशासन को 221.36 करोड़ रूपये राजस्व के तौर पर जुटे है। अब तक प्रशासन ने विभिन्न लोक अदालत या फिर आनलाइन प्रक्रिया से 119.15 करोड़ रूपये रिकवर कर लिए है जबकि अन्य 102.20 करोड़ रूपये लंबित है। चंडीगढ में आनलाइन के साथ कई बार मैन्युअल चालान भी काटे जाते है एक वर्ष में आठ लाख 46 हजार 960 चालान आनलाइन जबकि एक लाख 48 हजार 837 चालान आफलाइन भी काटे गए है चालान काटने के लिए सेक्टर 17 में स्पेशल कमांड सेंटर बनाया गया है जहां पर सीसीटीवी कैमरों की मानिटरिंग की जाती है
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