Punjab Politics: अकाली दल छोड़कर अनिल जोशी ने थामा कांग्रेस का हाथ, तरनतारन से हो सकते हैं उम्मीदवार
पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी जो पहले भाजपा और शिरोमणि अकाली दल में थे अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात की और अनौपचारिक रूप से पार्टी ज्वाइन की। पंजाब कांग्रेस प्रभारी भूपेश बघेल उन्हें आधिकारिक रूप से पार्टी में शामिल करवाएंगे। सूत्रों के अनुसार माझा क्षेत्र के हिंदू चेहरे जोशी को तरनतारन उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया जा सकता है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। 35 वर्ष तक भाजपा और लगभग सवा तीन वर्ष पहले शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में गए पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी अब कांग्रेस में सियासी पारी खेलेंगे।
मंगलवार को जोशी कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात कर अनौपचारिक रूप से पार्टी ज्वाइन कर ली।
बुधवार को पंजाब कांग्रेस प्रभारी भूपेश बघेल उनको आधिकारिक रूप से पार्टी ज्वाइन करवाएंगे। सूत्रों के अनुसार माझा क्षेत्र के हिंदू चेहरे जोशी को पार्टी तरनतारन उपचुनाव में प्रत्याशी बना सकती है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल का हिस्सा रहे जोशी भाजपा की विचारधारा के साथ 35 साल जुड़े रहे। बेबाकी से अपनी बात रखने के लिए जोशी को 19 जुलाई, 2021 को भाजपा ने तब पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया जब उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान किसानों की समस्याएं हल करने की बात कही थी।
उनका किसानों को समर्थन पंजाब के कुछ नेताओं को पसंद नहीं आया। यह वह दौर था जब शिअद से भाजपा का गठबंधन टूट चुका था। 20 अगस्त, 2021 को जोशी शिअद में शामिल हो गए।
जोशी शिअद टिकट पर 2022 में विधानसभा और 2024 में लोकसभा चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। शिअद में बढ़ते पंथक प्रभाव से परेशान होकर उन्होंने नवंबर, 2024 में पार्टी छोड़ दी थी।
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