चंडीगढ़ में बुजुर्ग ने गूगल पर डिस्पेंसरी का मोबाइल नंबर ढूंढा, व्हाट्सएप पर आया लिंक, क्लिक करते ही बैंक खाता साफ
चंडीगढ़ में साइबर ठगों ने एक 62 वर्षीय व्यक्ति को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के नाम पर 3.10 लाख रुपये का चूना लगाया। पीड़ित ने गूगल से एक डिस्पेंसरी का नंबर निकाला जहां उसे ठगों ने रजिस्ट्रेशन में मदद करने के बहाने फंसाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। साइबर ठगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में मदद का झांसा देकर 62 वर्षीय बुजुर्ग से 3.10 लाख रुपये की ठगी कर ली। साइबर सेल थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सेक्टर-18 निवासी मनदीप सिंह रियो ने शिकायत दी कि उन्हें 20 अगस्त को सेक्टर-19 स्थित डिस्पेंसरी में मेडिकल चेकअप के लिए जाना था। उन्होंने गूगल पर डिस्पेंसरी का नंबर ढूंढा और वहां एक मोबाइल नंबर दिखाई दिया।
उन्होंने सुबह करीब साढ़े दस बजे उस नंबर पर काॅल की, लेकिन रिसीव नहीं हुआ। थोड़ी देर बाद उन्हें एक अनजान नंबर से फोन आया। काॅल करने वाले ने खुद को सेक्टर-19 डिस्पेंसरी का अधिकारी बताते हुए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने में मदद की पेशकश की। उसने व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजकर उसे खोलने और जानकारी भरने के लिए कहा। शिकायतकर्ता ने बताए अनुसार 2 नाम और राशि के कालम में भर दिया। हालांकि उन्हें शक हुआ और काॅल काट दी। इसके बावजूद ठग का बार-बार फोन आता रहा।
तीन दिन बाद 23 अगस्त को जब शिकायतकर्ता ने यूनियन बैंक आफ इंडिया के मोबाइल एप पर अपना खाता चेक किया तो पाया कि उनके खाते से 12 ट्रांजेक्शन के जरिए कुल 3,10,933 रुपये गायब हो गए हैं। इसके बाद उन्होंने सेक्टर-17 स्थित साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तथ्यों की जांच के बाद केस दर्ज कर लिया है और उन खातों की जांच कर रही है, जिनमें ठगों ने रकम ट्रांसफर की है। अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।