Amritpal Singh News: कांग्रेस अमृतपाल मामले में फूंक-फूंक कर रख रही कदम, पंजाब में माहौल बेहद तनावपूर्ण
अमृतपाल को लेकर कांग्रेस इसलिए भी टिप्पणी नहीं करना चाह रही हैं क्योंकि जी-20 को लेकर विधान सभा में कांग्रेस की खासी फजीहत हो चुकी हैं। क्योंकि 5 मार्च को जी-20 के रद्द होने को लेकर कांग्रेस के अमृतसर के सांसद गुरजीत औजला ने पत्रकारों से बातचीत की थी।
चंडीगढ़, जागरण संवाददाता। अलगाववादी अमृतपाल को लेकर भले ही पिछले दिन दिन से राज्य का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ हो लेकिन कांग्रेस पार्टी ने अभी तक इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा भले ही विधान सभा में अमृतपाल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को उठाते रहे हो लेकिन जब पंजाब पुलिस ने अलगाववादी नेता के 114 समर्थकों को गिरफ्तार किया हो और खुद अमृतपाल भदौड़ा हो, इसके बावजूद कांग्रेस अभी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
जानकारी के अनुसार, अमृतपाल को लेकर कांग्रेस इसलिए भी टिप्पणी नहीं करना चाह रही हैं क्योंकि जी-20 को लेकर विधान सभा में कांग्रेस की खासी फजीहत हो चुकी हैं। क्योंकि 5 मार्च को जी-20 के रद्द होने को लेकर कांग्रेस के अमृतसर के सांसद गुरजीत औजला ने पत्रकारों से बातचीत की थी। उन्होंने जी-20 के रद्द होने की बात कही थी। हालांकि यह सम्मेलन रद्द नहीं किया गया था। जिसे लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा को आड़े हाथों ले लिया था।
बाजवा इस मुद्दे पर कांग्रेस का बचाव नहीं कर पाए थे। यही कारण है कि अमृतपाल को लेकर कांग्रेस इस बार जल्दबाजी में कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहती हैं। वहीं, राजा वड़िंग ने अपना वीडियो इंटरनेट मीडिया पर डालकर कहा कि निजी स्वार्थ के कारण कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ संवैधानिक रूप से कार्रवाई की जानी चाहिए। हालांकि इस दौरान वड़िंग ने एक बार भी अमृतपाल का नाम नहीं लिया। जबकि कांग्रेस कानून व्यवस्था और अजनाला थाने पर हुए कब्जे को लेकर आप सरकार को घेरती रही हैं।
वहीं, कांग्रेस ने कानून व्यवस्था को लेकर 22 मार्च को विधान सभा के घेराव करने के फैसले को वापस ले लिया हैं। कांग्रेस ने पहले आम आदमी पार्टी द्वारा महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह देने की गारंटी को पूरा न करने को लेकर महिलाओं को आगे करके विधान सभा का घेराव करने की घोषणा की थी लेकिन बाद में इसमें बदलाव कर दिया गया था।
कांग्रेस ने कानून व्यवस्था को लेकर विधान सभा का घेराव करने का आह्वान किया था। लेकिन अमृतपाल को लेकर उपजे ताजा हलातों व पंजाब एवं चंडीगढ़ में लगाई गई धारा 144 को देखते हुए अपने इस फैसले को वापस ले लिया हैं। बता दें कि 22 मार्च को विधान सभा का बजट सत्र फिर से शुरू हो रहा हैं।