Air Pollution: चंडीगढ़ में प्रदूषण से राहत, AQI 182, हवाओं ने बदला रुख, लेकिन पराली जलने का असर अभी भी
Air Pollution Chandigarh चंडीगढ़ के लोगों को प्रदूषण से थोड़ा राहत मिली है। शहर का एक्यूआइ लेवल कम होकर 182 पहुंच गया है। दो दिन से शहर के लोग प्रदूषण की मार झेल रहे थे लेकिन अब हवा थोड़ा साफ हुई है।

गरण संवाददाता, चंडीगढ़। Air Pollution: बीते तीन दिन से सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ के लोग प्रदूषण की मार झेल रहे थे। बुधवार और वीरवार को तो हालात यह थे कि सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था। चंडीगढ़ में 3 दिन शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (Chandigarh Air Quality Index) बहुत ज्यादा खराब था। शहर की आबोहवा जहरीली हो गई थी और शहर के कई हिस्सों में धुआं फैल गया था। शहर की हवा राजधानी दिल्ली से भी ज्यादा खराब हो चुकी थी।
शुक्रवार को वायु प्रदूषण से थोड़ा राहत मिली है। हालांकि सुबह के समय शहर का एक्यूआइ 300 के आसपास रहा लेकिन देर शाम चार बजे शहर का प्रदूषण स्तर संतुलित हो गया। शाम को एक्यूआइ लेवल 182 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया, जो कि सुबह 10 बजे के करीब 263 था।
चंडीगढ़ पाल्यूशन कंट्रोल कमेटी की ओर से शहर में लगाए गए तीन एयर क्वालिटी स्टेशन की अगर बात करें तो सेक्टर-25 के स्टेशन पर 171, सेक्टर-22 में 174 और सेक्टर-53 में एक्यूआइ 200 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। ऐसे में राहत की बात यह है कि आने वाले दिनों में अब एक्यूआइ में सुधार हो सकता है। क्योंकि मौसम विभाग ने शहर में बारिश के आसार जताए हैं। ऐसे में अगर बारिश होती है तो हवा में तैर रहे प्रदूषण के कण बारिश से धुल जाएंगे।
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि 2 दिन के बाद शहर के एयर क्वालिटी इंडेक्स में इसलिए सुधार आया है क्योंकि मौसम और हवाओं ने अपना रुख बदला है। बीते दिनों पूर्व से आने वाले हवाओं का रुख चंडीगढ़ की ओर होने के कारण यहां का प्रदूषण स्तर बढ़ गया था, लेकिन एक बार फिर हवाओं ने अपना रुख बदला है।
चंडीगढ़ के पड़ाेसी राज्य पंजाब और हरियाणा में अब भी पराली जल रही है। जिस वजह से शहर का एक्यूआइ लेवल से ऊपर बना है, जबकि सामान्य दिनों की अगर बात करें तो शहर का एक्यूआइ लेवल 100 से नीचे रहता है। ऐसे में पराली जलने का असर अभी शहर के प्रदूषण स्तर पर देखने को मिलता रहेगा।
चंडीगढ़ के पड़ोसी शहरों और जिलों का एक्यूआइ
शहर के पड़ोसी राज्य और शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स की अगर बात करें तो पंचकूला में 165 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। अंबाला में एक्यूआइ लेवल 135, अमृतसर में 216, बठिंडा में 177, बद्दी में 201, जालंधर में 189, करनाल में 256, कुरुक्षेत्र में 237, लुधियाना में 183, पटियाला में 123 और यमुनानगर में 272 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया।

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