BBMB के बाद अब PU पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा केंद्र, AAP का बड़ा हमला; राज्यपाल से मिला प्रतिनिधिमंडल
आप पंजाब के प्रतिनिधिमंडल ने वित्तमंत्री हरपाल चीमा के नेतृत्व में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी की सीनेट को भंग करने के केंद्र के कदम के खिलाफ मांग पत्र सौंपा। चीमा ने कहा कि यह फैसला पंजाब के स्वाभिमान पर हमला है और पंजाबीयत को मिटाने की कोशिश है।
-1762445901746.webp)
BBMB के बाद अब PU पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा केंद्र। फोटो जागऱण
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के एक प्रतिनिधिमंडल ने वित्तमंत्री हरपाल चीमा के नेतृत्व में वीरवार को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सीनेट और सिंडिकेट को भंग करने के केंद्र सरकार के एकतरफा कदम के खिलाफ मांग पत्र सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल में सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर और मलविंदर सिंह कंग, विधायक दिनेश चड्ढा और वरिष्ठ नेता गोल्डी कंबोज, दविंदर सिंह लाडी ढोंस, छात्र नेता वतनवीर गिल और पीयू सीनेट सदस्य आई.पी. सिद्धू और रविंदर धालीवाल शामिल थे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने पीयू के उस लोकतांत्रिक ढांचे को तबाह कर दिया है, जो पिछले 60 सालों से सफलतापूर्वक काम कर रहा था।
बीबीएमबी पर कब्जा करने की कोशिश करने के बाद, भाजपा अब हमारी यूनिवर्सिटी को निशाना बना रही है। इस फैसले का असर पंजाब भर के 200 से ज्यादा मान्यता प्राप्त कालेजों और लाखों छात्रों पर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक यूनिवर्सिटी का मामला नहीं है, यह पंजाब के स्वाभिमान पर हमला है और पंजाबीयत को मिटाने की कोशिश है। केंद्र ने पहला नोटिफिकेशन वापस लिया और एक मिनट बाद दूसरा जारी कर उसे 'लंबित' रख दिया। यह दोहरा खेल पंजाब यूनिवर्सिटी की स्वायत्तता को तबाह करने के उनके असली इरादे को दर्शाता है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।