जिला परिषद के चुनाव में आप भारी बहुमत की ओर, पर कई बड़े नेता अपने गांव की सीटें नहीं जितवा सके
पंजाब जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनाव में आम आदमी पार्टी बहुमत की ओर बढ़ रही है, हालाँकि मतगणना अभी जारी है। जिला परिषद की 347 में से 87 सीटों के प ...और पढ़ें

जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनाव में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी भारी बहुमत की ओर।
इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनाव में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी भारी बहुमत की ओर बढ़ती दिखाई पड़ रही है हालांकि अभी कई जगहों पर मतगणना का काम जारी है। लेकिन इसी बीच कई जगहों पर दिलचस्प चीजें भी सामने आई हैं।
जिला परिषद की कुल 347 और ब्लॉक समितियों के 2838 जोन के लिए 14 दिसंबर को चुनाव हुए थे जिसकी गिनती का काम आज देर रात तक जारी रहा। खबर लिखे जाने तक जिला परिषद की कुल 347 सीटों पर 87 सीटों का परिणाम ही आया था जिसमें आप को 68, कांग्रेस को 13, शिरोमणि अकाली दल 3, भाजपा को 1 और अन्य 02 पर जीत मिली है।ब्लॉक समितियों की 2838 जोन पर हुए चुनाव में आप को 1033, कांग्रेस को 286,शिरोमणि अकाली दल 28 और अन्य को 69 सीटें मिल चुकी थीं और मतगणना का काम अभी जारी है।
स्पीकर कुलतार सिंह संधवां से लेकर कई विधायक, सांसद अपनी पैतृक गांव में अपने उम्मीदवारों को नहीं जितवा सके। गैंग्स्टर से राजनेता बने गुरप्रीत सिंह सेखों जिन्हें चुनाव के दौरान गिरफ्तार भी कर लिया था और हाई कोर्ट के निर्देशों के बाद उन्हें छोड़ा गया की पत्नी और पांच अन्य समर्थक चुनाव जीत गए।
सबसे हैरानीजनक बात स्पीकर कुलतार सिंह संधवां की है ब्लॉक समिति चुनावों में संधवां के गांव संधवां में शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की। संधवां अपने उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित नहीं कर सके। शिअद प्रत्याशी महिंदर सिंह ने 1101 मत प्राप्त किए। जबकि दूसरे नंबर पर रहे आप प्रत्याशी मुख्तयार सिंह ने 930 मत प्राप्त किए। तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी जसविंदर सिंह को 714 मत प्राप्त हुए।
संगरूर से लोकसभा सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के अपने पैतृक गांव कुरड़ में से ब्लॉक समिति आप उमीदवार हार गया व शिअद उमीदवार जसविंदर कौर जीत गई है।सांसद मीत हेयर के लिए लगातार यह दूसरी निराशाजनक स्थिति है इससे पहले जब उनके सांसद बनने के बाद बरनाला विधानसभा खाली हुई थी और यहां हुए उपचुनाव में भी मीत हेयर अपनी पार्टी के अधिकारिक उम्मीदवार को जितवा नहीं पाए थे।
संगरूर की ही विधायक नरेंद्र कौर भराज भी अपनी पार्टी के उम्मीदवार को जीत नहीं दिला सकीं। पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता कुलदीप सिंह धालीवाल के पैतृक गांव जगदेव कलां में भी आप को हार का सामना करना पड़ा। पार्टी के प्रधान अमन अरोड़ा ने माना कि कुछ स्थानों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है , हम इस पर चिंतन करेंगे।
नाभा में एक कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत कौर के नामांकन पत्र छीनकर ले जाने वाले जिसका वीडियो काफी वायरल हो गया था, गुरमीत कौर ने असल नामांकन पत्र अपने पास छिपाए हुए थे और उन्होंने इसे दाखिल कर दिया। गुरमीत कौर भी अपनी निकटतम आप प्रत्याशी करमजीत कौर से जीत गई हैं।

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