चंडीगढ़ में 97 नए बस चालकों को मिले नियुक्ति पत्र, प्रशासक बोले- आप यात्रियों की सुरक्षा के भी संरक्षक
चंडीगढ़ में प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने 97 नए सीटीयू बस चालकों को नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने कहा कि बस चालक केवल वाहन चालक नहीं बल्कि यात्रियों की सुरक्षा और समय के संरक्षक भी हैं। कटारिया ने समय का पालन करने यात्रियों के प्रति विनम्र रहने और इलेक्ट्रिक बसों के विस्तार पर जोर दिया। उन्होंने सीटीयू की प्रगति और सेवाओं की सराहना की।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। बस चालक केवल वाहन चलाने वाला व्यक्ति नहीं होता, बल्कि वह शहर की गति, यात्रियों की सुरक्षा और समयबद्धता का संरक्षक होता है। इस संदेश के साथ चंडीगढ़ के प्रशासक एवं पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने चंडीगढ़ परिवहन (सीटीयू) के 97 नवनियुक्त बस चालकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। यह अवसर न केवल बस चालकों के जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव था, बल्कि शहर के परिवहन तंत्र को और अधिक सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम भी साबित हुआ।
शासक ने सभी नवनियुक्त चालकों को बधाई देते हुए कहा कि यह नियुक्ति केवल एक नौकरी नहीं है, बल्कि समाज और जनता की सेवा का एक गौरवपूर्ण दायित्व है। हर विद्यार्थी, हर श्रमिक और हर परिवार की यात्रा तभी सुरक्षित और सुखद हो सकती है, जब चालक अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और समर्पण से निभाए। कटारिया ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि समय का पालन हर चालक का पहला कर्तव्य है। समय पर बस चलाना और गंतव्य तक पहुंचना न केवल प्रशासनिक अनुशासन है, बल्कि यह यात्रियों के जीवन से भी सीधा जुड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि यात्रियों के प्रति शिष्टाचार और नम्र व्यवहार चालक की पहचान होनी चाहिए, क्योंकि चालक का आचरण ही यात्रियों के मन में परिवहन सेवा के प्रति विश्वास पैदा करता है। बस केवल वहीं रुके जहां उसका निर्धारित स्थान है, क्योंकि यह अनुशासन न केवल यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाता है बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी आवश्यक है।
डीजल बसें हटेंगी और इलेक्ट्रिक आएंगी
प्रशासक ने कहा कि चडीगढ़ जैसे स्वच्छ और योजनाबद्ध शहर में आधुनिक, सुरक्षित और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन प्रणाली की आवश्यकता लगातार बढ़ रही है। इसी उद्देश्य से प्रशासन इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े का विस्तार कर रहा है और आने वाले वर्षों में डीज़ल बसों को चरणबद्ध तरीके से हटाकर इलेक्ट्रिक बसों से बदला जाएगा। यह पहल न केवल प्रदूषण को कम करेगी बल्कि हरित और सतत चंडीगढ़ की परिकल्पना को भी साकार करेगी।
साल 1966 में 30 बसों से शुरू हुआ सफर
कटारिया ने सीटीयू की ऐतिहासिक यात्रा को भी याद किया। उन्होंने कहा कि 1966 में केवल 30 बसों से शुरू हुई यह संस्था आज 657 बसों के विशाल बेड़े के साथ ट्राइसिटी के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक सेवाएं प्रदान कर रही है।
पिछले कुछ वर्षों में सीटीयू ने अपने बेड़े को सशक्त बनाने, इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने और यात्रियों की सुविधाओं को बेहतर बनाने में उल्लेखनीय प्रगति की है। इसके साथ ही, राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त पुरस्कारों ने यह साबित किया है कि सीटीयू देश में एक आदर्श सार्वजनिक परिवहन संस्था के रूप में उभर रही है।
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