पंजाब में जिंदगी पर भारी पड़ा ड्रग्स का डोज, नशे से 3 साल में 266 की मौत; बठिंडा में गईं सबसे ज्यादा जानें
पंजाब में नशे की ओवरडोज के कारण पिछले तीन साल में 266 लोगों ने जान गंवाई है। 2020-21 के बीच 36 2021-22 के बीच 71 तो वहीं 2022-23 में 156 लोगों की जान गई है। बठिंडा में सबसे अधिक 38 तरनतारन में 30 फिरोजपुर में 19 मोगा और अमृतसर में 17 होशियारपुर और फाजिल्का में 14 व फरीदकोट में 13 लोगों की जान गई है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Death due to drug overdose in Punjab: पंजाब में नशे की ओवरडोज के कारण पिछले तीन साल में 266 लोगों ने जान गंवाई है। ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (बीओआइ) ने 1 अप्रैल 2020 से लेकर 31 मार्च 2023 तक नशे की ओवरडोज से मरने वालों के फील्ड यूनिट्स से आंकड़ें जुटाए है।
किस जिले में कितने लोगों ने गंवाई जान
2020-21 के बीच 36, 2021-22 के बीच 71 तो वहीं 2022-23 में 156 लोगों की जान गई है। बठिंडा में सबसे अधिक 38, तरनतारन में 30, फिरोजपुर में 19, मोगा और अमृतसर में 17, होशियारपुर और फाजिल्का में 14 व फरीदकोट में 13 लोगों की जान गई है।
'ड्रग्स ओवरडोज से 311 लोगों की गई जान'
पठानकोट, एसबीएस नगर में पिछले तीन साल में नशे की ओवर डोज से किसी की जान नहीं गई है। वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल का कहना है कि ड्रग्स ओवरडोज से 311 लोगों की जान गई है।
पुलिस विभाग की ओर से लगातार नशे रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस की ओर से निर्णय लिया गया है कि जो लोग नशे के आदी उन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए नशा मुक्ति केंद्रों में भेजा जाएगा।
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सितंबर माह तक पकड़े गए है 20 हजार से ज्यादा तस्कर
वहीं, पंजाब पुलिस की ओर से सितंबर माह तक बीते 14 महीने में 20 हजार से ज्यादा ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिन में 2900 से करीब बडे़ ड्रग्स तस्कर है। वहीं, बीते साल जुलाई माह से एनडीपीएस एक्ट के मामलों में भगौड़ों को पकड़ने के लिए जो अभियान चलाया गया है उसके तहत अब तक 1100 के करीब भगौड़ों को पकड़ा जा चुका है। पुलिस की ओर से ड्रग्स तस्करों की संपत्ति को कुर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है।
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