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    दिल के मरीज ऑपरेशन और स्टेंट डलवाने के बाद 10 दिन तक न बनाएं संबंध

    By Edited By:
    Updated: Tue, 16 Aug 2016 07:12 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : जिन मरीजों में दिल की समस्या के चलते स्टेंट डले हैं या अन्य किसी प्रकार क

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : जिन मरीजों में दिल की समस्या के चलते स्टेंट डले हैं या अन्य किसी प्रकार का प्रोसिजर हुआ है, उन्हें दो से पांच दिन तक यौन संबंध बनाने से बचना चाहिए। सीढि़या चढ़ने से भी कम से कम एक हफ्ते तक दूर रहना चाहिए। इसके साथ ही पहले सप्ताह में नहाना या स्विमिंग पूल आदि में भी उतरने से भी बचना चाहिए। दिल के इन प्रोसिजरों के बाद एक हल्का शॉवर ही ठीक रहता है। ऐसे मरीजों को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि वे शेथ हटाने के छह घटे बाद हल्का हल्का चलना शुरू कर सकते है। और एक सप्ताह बाद पूरी तरह से ठीक हो जाते है।

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    तकनीकी और साइटिफिक तौर पर यह प्रमाणित हो चुका है कि हृदय की इलाज प्रक्रियाओं के बाद की जाने वाली देखभाल से मरीजों को काफी लाभ मिलता है और ये सकारात्मक प्रभाव 2395 मरीजों पर किए गए अध्ययन में सामने आए है। इस दौरान यह भी देखा गया कि कार्डिक रीहेबलिटेशन की प्रक्रिया में शामिल होने वाले करीब 40 प्रतिशत मरीजों में मृत्यु दर करीब 45 प्रतिशत तक कम हो गई। फोर्टिस अस्पताल, मोहाली के डीएम कार्डियोलॉजी, डायरेक्टर डॉ. आरके जसवाल ने यह महत्वपूर्ण जानकारी दी जो अब तक 13,000 एंजियोप्लास्टीज कर चुके हैं। डॉ. जसवाल ने इटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में अपने 22 साल से अधिक के अनुभव में 30,000 से अधिक इनवेसिव कार्डियोलॉजी प्रक्रियाओं को पूरा किया है और 13,000 से अधिक कार्डिक इटरवेंशस को सफलता से पूरा किया है। इनमें कई जटिल और अत्याधिक जोखिम वाली कोरोनरी इटरवेंशस भी शामिल है।

    आफ्टर केयर-एक मरीज को परकेटिनियोस कोरोनरी एंजियोग्राफी (पीटीसीए) एवं स्टेटिग के बाद किस प्रकार से किन चीजों के रखरखाव की जरूरत है पर डॉ. जसवाल ने बताया कि हृदय संबंधी कोई भी सर्जरी आदि करवाने के लिए मरीज को एक तयबद्ध नियमित जाच और अपनी एक स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखने की जरूरत होती है। एक मरीज की जान की सुरक्षा के लिए इस प्रक्रिया का पालन करना बेहद जरूरी है। स्टडीज से ये तथ्य सामने आया है कि करीब 70 प्रतिशत ब्लॉकेज को स्टेट से ठीक किया जा सकता है और बाकी 30 प्रतिशत का प्रबंध भी मेडिकल इलाज और लाइफस्टाइल दवाओं से किया जा सकता है। डॉ. जसवाल ने कहा कि पीटीसीए और स्टेटिग, विशेषकर रिस्ट आर्टिरी के माध्यम से करना काफी सुविधाजनक, सुरक्षा और लंबी अवधि तक लाभ देना वाला इलाज विकल्प है, जो कि प्रमाणित भी हुआ है। मरीज के शरीर में एक मेटालिक इम्पलाट (स्टेट) लगाने के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

    गोल्डन ऑवर है महत्वपूर्ण

    हार्ट अटैक का सबसे बेहतरीन इलाज है कि हार्ट अटैक होने पर गोल्डन ऑवर के अंदर ही इस पर काम शुरू कर दिया जाए क्योंकि ऐसा न करने पर ये दिल को गंभीर क्षति पहुचाता है या मरीज की जान भी ले सकता है।

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