'पीडियाट्रिक ऑप्थेल्मोलॉजी टुडे' पर दी जानकारी
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : ग्रेवाल आई इंस्टीट्यूट ने संस्थान के ऑडिटोरियममें ऑप्थेल्मोलॉजिस्टों के ल
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : ग्रेवाल आई इंस्टीट्यूट ने संस्थान के ऑडिटोरियममें ऑप्थेल्मोलॉजिस्टों के लिए एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया। कॉन्टन्युअस मेडिकल एजुकेशन (सीएमई) प्रोग्राम के तहत इस अनूठे सेमिनार में शहर और आसपास के क्षेत्रों से 100 से अधिक ऑप्थेल्मोलॉजिस्टों ने भाग लिया। इस सेमिनार का शीर्षक 'पीडियाट्रिक ऑप्थेल्मोलॉजी टुडे' था। इस दौरान डॉक्टरों को आज ऑप्थेल्मोलॉजी में प्रयुक्त आधुनिक तकनीकों के बारे में बताया गया। इस सेमिनार को सर्वश्रेष्ठ आई सर्जनों के एक पैनल ने संबोधित किया।
सेमिनार की शुरुआत डॉ़ जगत राम के 'मैनेजमेंट ऑफ पीडियाट्रिक केटरेक्ट- होलिस्टिम अप्रोच' से शुरू हुई। इसके बाद डॉ मंगत डोगरा ने 'आरओपी स्क्रीनिंग- व्हेन, हाउ एण्ड हूम टू स्क्रीन' पर विचार रखे। इसके बाद डॉ़ एसपीएस ग्रेवाल ने 'अपकमिंग रोल ऑफ फेमटो लेसर इन पीडियाट्रिक केसेस' पर जानकारी दी। डॉ एसपीएस ग्रेवाल, जिन्होंने हाल ही में भारत की पहली रोबोटिक पीडियाट्रिक फेमटोसेकेंड लेसर केटारेक्ट सर्जरी की थी, ने बताया, 'ग्रेवाल आई इंस्टीट्यूट इस तरह के केसों में ऑपरेट करने वाला विश्व का तीसरा हॉस्पिटल बन गया है। अब 6 वर्षीय मरीज पोस्ट ऑपरेटिव पीरियड में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। रोबोलेजर ने मरीज की सुरक्षा और विजुअल परिणामों में काफी सुधार किया है।
डॉ जसप्रीत सुखीजा ने स्ट्रेबिमस इवेल्युएशन एंड मैनेजमेंट के विषय पर जानकारी दी, जबकि पारुल इछपुजानी ने 'मेडिकल मैनेजमेंट ऑफ ग्लॉकोमा इन पीडियाट्रिक केसेस', डॉ़ अमित गुप्ता ने 'प्रेस्क्रिप्शन ऑफ ग्लासेस इन चिल्ड्रन, रोल ऑफ ग्लासेस इन स्ट्रेबिस्मस, अपडेट्स इन स्ट्रेबिस्मस', डॉ़ रमन मित्तल ने 'एपिफोरा इन चिल्ड्रन', डॉ़ मुकेश अग्रवाल ने 'कॉर्निया डिसऑर्डर एंड ब्लेफारो कॉन्जेक्टिवाइटिस इन चिल्ड्रन', डॉ़ मनप्रीत ब्रार ने 'ऑप्टिक न्यूराइट्स' इन चिल्ड्रन पर विचार रखे।
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