शहर में अभी 10 साल पुराने डीजल वाहन नहीं होंगे बंद
दस साल पुराने डीजल वाहन चालकों के लिए बड़ी राहत की बात है। अब इन वाहनों पर बैन लगने का फैसला टल जाएगा। ऐसे वाहनों को बैन करने के लिए बनाई जा रही पालिसी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : दस साल पुराने डीजल वाहन चालकों के लिए बड़ी राहत की बात है। अब इन वाहनों पर बैन लगने का फैसला टल जाएगा। ऐसे वाहनों को बैन करने के लिए बनाई जा रही पालिसी पर रोक लगाने की अपील सांसद किरण खेर ने प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित से की है। सांसद किरण खेर ने यूटी के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को पत्र लिखकर उनसे चंडीगढ़ में दस साल पुराने डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर फिलहाल के लिए रोक लगाने का अनुरोध किया है। अपने पत्र में किरण खेर ने लिखा है कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले इस प्रस्ताव पर सभी हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया जाना चाहिए।
खेर ने पत्र में लिखा है कि उन्हें पता चला है कि चंडीगढ़ प्रशासन शहर में दस साल पुराने डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
शहर में बढ़ते प्रदूषण स्तर को नियंत्रित करने और सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने के लिए दिल्ली पैटर्न को अपनाने के लिए प्रशासन की ओर से ऐसा प्रस्ताव तैयार किया गया है। लेकिन चंडीगढ़ प्रशासन के इस प्रस्तावित कदम से उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों में भारी नाराजगी है। इसके अलावा उन्होंने पत्र में लिखा है कि उन्हें शहर निवासियों के बार-बार फोन आ रहे हैं, जिन्होंने इस कदम का कड़ा विरोध किया है। उनका तर्क है कि उनके डीजल वाहन 15 वर्षाें के लिए रजिस्टर हुए थे और बहुत अच्छी स्थिति में हैं। ऐसे में सड़क पर दस साल पूरे होने के बाद इन वाहनों पर प्रतिबंध लगाना सही नहीं है। दिल्ली सरकार ने राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए दस साल पुराने डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाया है। दिल्ली की तुलना में चंडीगढ़ में प्रदूषण का स्तर काफी कम है। ऐसे में चंडीगढ़ में दिल्ली पैटर्न को अपनाने की शायद ही आवश्यकता है।

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