Punjab News: विजिलेंस ने रिशम गर्ग से अब तक रिकवर किए 1.31 लाख रुपये, जारी है जांच
बठिंडा देहाती विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन कोटफत्ता के करीबी व पर्सनल पीए रिशम गर्ग को विजिलेंस ने 23 फरवरी तक पुलिस रिमांड में लिया है। विजिलेंस विभाग ने स्पष्ट किया है कि आरोपित रिशम गर्ग से पूछताछ जारी है।

बठिंडा, जागरण संवाददाता। बठिंडा देहाती विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन कोटफत्ता के करीबी व पर्सनल पीए रिशम गर्ग को विजिलेंस ने 23 फरवरी तक पुलिस रिमांड में लिया है। इस बाबत सोमवार को रिशम गर्ग को जिला अदालत में पेश किया गया। जहां विजिलेंस ने कोर्ट के समक्ष आरोपित से पूछताछ करने और आरोपित द्वारा लिए गए पैसे की रिकवरी करने के लिए सात दिन का पुलिस रिमांड मांगा था, लेकिन अदालत ने तीन दिन को ओर रिमांड बढ़ाते हुए 23 फरवरी की निर्धारित की है।
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इस मामले में विजिलेंस ने अब तक आरोपित के घर व विभिन्न स्थानों में छापेमारी कर रिश्वत के तौर पर हासिल किए करीब 1 लाख 31 हजार रुपये रिकवर किए जा चुके है। विजिलेंस के डीएसपी कुलवंत सिंह ने बताया कि रिशम गर्ग ने 2.50 लाख रुपये नंबरदार और 50 हजार रुपये सरपंच के पति से एडवांस के तौर पर लिए थे। जिसमें विजिलेंस टीम ने 1 लाख 31 हजार रुपये उसके घर से सर्च अभियान के दौरान रिकवर किए जा चुके है, जबकि रिशम गर्ग ने अपनी स्टेटमेंट में 1 लाख 69 हजार रुपये अलग-अलग जगह पर रखे जाने की बात कबूल की है, जो कि अभी रिकवर किए जाने है। डीएसपी ने बताया कि 4 लाख रुपये मौके पर ही रिकवर किए जा चुके थे। अब तक विजिलेंस विभाग रिशम गर्ग से 5 लाख 31 हजार रुपये रिकवर कर चुकी है।
की जा रही है जांच
वहीं विजिलेंस विभाग ने स्पष्ट किया है कि आरोपित रिशम गर्ग से पूछताछ जारी है। इस लेनदेन में विधायक या फिर किसी अन्य की सहभागिता की गंभीरता से जांच की जा रही है। वहीं शिकायतकर्ता की तरफ से रिश्वत मांगने संबंधी दी गई रिकॉर्डिंग को भी रिकार्ड में लिया गया है। इसमें फॉरेंसिक व अन्य कानूनी जांच की जा रही है व जांच पूरी होने के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि रिशम गर्ग के मोबाइल फोन से किस-किस को कॉल होती थी। इसमें क्या बातें हुई है उसकी भी जांच की जा रही है।
फिलहाल विजिलेंस के अधिकारियों के खुलासे से एक बात साफ हो गई है कि अभी विधायक कोटफत्ता को क्लीन चिट नहीं दी गई है, बल्कि मामले में अगर उनके खिलाफ कोई तथ्य व सबूत सामने आते हैं, तो बनती कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
इस केस के विधायक से जुड़े तार
गौरतलब है कि जिस समय विजिलेंस ने सार्किट हाउस में रिश्वत कांड में यह कार्रवाई की थी। विधायक अमित रतन भी वहां पर मौजूद थे। गिरफ्तारी के तुरंत बाद विधायक अमित रतन ने आरोपित रिशम गर्ग को अपना पीए मानने से ही इंकार कर दिया था। वहीं दूसरी तरफ शिकायतकर्ता गांव घुद्दा की महिला सरपंच सीमा रानी के पति प्रितपाल कुमार अभी भी अपनी बात पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि विधायक ने खुद उनसे पांच लाख रुपये की मांग की थी। जिस दिन कार्रवाई हुई उस दिन 4 लाख देने आए थे। विधायक के कहने पर ही उन्होंने रेशम गर्ग को पैसे दिए थे, लेकिन फिलहाल पुलिस ने अभी तक पीए रिशम गर्ग को ही गिरफ्तार किया है।
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