मानसा में सस्पेंड सिपाही ने नशा तस्करी के झूठे आरोप में धमकाकर 20,000 वसूले, गिरफ्तार
मानसा पुलिस के सस्पेंड सिपाही ने शराब ठेकेदार के कारिंदों के साथ मिलकर एक व्यक्ति को नशा तस्करी के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी और उससे 30 हजार रुपये की मांग की। पीड़ित ने डरकर 20 हजार रुपये दिए। पुलिस ने सिपाही और एक कारिंदे को गिरफ्तार कर 10 हजार रुपये बरामद किए हैं और तीसरे आरोपी की तलाश जारी है।

जागरण संवाददाता, बठिंडा। मानसा पुलिस से सस्पेंड चल रहे एक सीनियर सिपाही ने शराब ठेकेदार के दो कारिंदों के साथ मिलकर मौड़ मंडी के गांव रामनगर निवासी एक व्यक्ति को नशा तस्करी का झूठा पर्चा दर्ज करने की धमकी देकर उसे 30 हजार रुपये की मांग की।
पीड़ित ने पर्चा दर्ज होने के डर से आरोपित पुलिस कर्मी व उसके साथियों को 20 हजार रुपये देकर अपना पीछा छुड़वाया और मामले की जानकारी थाना मौड़ पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सस्पेंड चल रहे पुलिस कर्मचारी व शराब ठेकेदार के कारिंदे को गिरफ्तार कर 10 हजार रुपये की नकदी बरामद की। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर फरार चल रहे तीसरे आरोपित की गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए है।
थाना मौड़ पुलिस को शिकायत देकर चरणजीत सिंह निवासी गांव रामनगर ने बताया कि कुछ समय पहले भुक्की चूरा पोस्त का नशा करता था, जोकि उसने पिछले छह माह से छोड़ा हुआ है। बीती 31 अगस्त को आरोपित मानसा पुलिस का सस्पेंड सीनियर सिपाही व आरोपित बलवीर सिंह निवासी गांव बुर्ज हरी मानसा व आरोपित गुरप्रीत सिंह निवासी रामपुरा मंडी जिला बठिंडा व एक अज्ञात युवक पुलिस की वर्दी पहनकर उसके पास आए और उसे अपनी एचआर-27 एफ1706 नंबर की स्विफ्ट गाड़ी में बैठकर अपने साथ ले गए।
इस दौरान आरोपितों ने उसे 30 हजार रुपये की मांग की और धमकी दी कि अगर उसने पैसे नहीं दिए, ताे वह उसपर नशा तस्करी का झूठा पर्चा दर्ज कर देंगे। पीड़ित के अनुसार पर्चा दर्ज होने के डर से उसने अपने घर पर पड़े 20 हजार रुपये आरोपितों को देकर अपनी जान बचाई। जिसके बाद उसने मामले की जानकारी थाना मौड़ पुलिस को दी।
पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपित व शराब ठेकेदार के कारिंदे गुरप्रीत सिंह व सस्पेंड चल रहे सीनियर सिपाही बलवीर सिंह को गिरफ्तार कर 10 हजार रुपये की नकदी बरामद की गई।
मामले के जांच अधिकारी एएसआइ धर्मवीर सिंह ने बताया कि आरोपित पुलिस कर्मी की ड्रयूटी लंबे समय से शराब ठेकेदारों के साथ होने के कारण उसकी आरोपित गुरप्रीत सिंह व एक अज्ञात युवक के साथ दोस्ती थी और उन्हें पहले से मालूम था कि पीड़ित चरनजीत सिंह पहले नशा करता था। जिसके चलते उन्होंने उसे नशा तस्करी का झूठा पर्चा दर्ज करने की धमकी देकर पैसे वसूल किए।
उन्होंने बताया कि आरोपितों का पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने इससे पहले ऐसा कर कितने लोगोें से पैसे वसूल किए है।
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