Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में इस्तेमाल की गई कोरोला और बोलोरो गाड़ी को कोर्ट में किया गया पेश

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 06:16 AM (IST)

    मानसा अदालत में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की सुनवाई हुई, जिसमें पुलिस ने पांच आरोपियों और हत्या में इस्तेमाल की गई कोरोला और बोलेरो गाड़ी को पेश किया। सिद्धू के पिता बलकौर सिंह ने आरोपियों की पहचान की। अदालत ने पिछली सुनवाई में आरोपियों को शारीरिक रूप से पेश करने का आदेश दिया था। मामले की अगली सुनवाई 14 नवंबर को होगी।

    Hero Image

    सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में इस्तेमाल कारें कोर्ट में पेश।

    संवाद सहयोगी, मानसा। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में शुक्रवार को मानसा की अदालत में सुनवाई के दौरान पांच आरोपितों को पुलिस ने फिजीकली पेश करने के अलावा हत्या की इस वारदात में शूटरों की ओर से इस्तेमाल की गई कोरोला और बोलोरो गाड़ी को भी पेश किया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस दौरान सिद्धू अदालत में गवाही देने पहुंचे सिद्धू के पिता बलकौर सिंह की ओर से पेश किए गए आरोपितों की शिनाखत की गई। अदालत में मामले की सुनवाई अब 14 नबंवर को होगी।

    बता दे कि पिछली सुनवाई में मानसा अदालत ने वारदात के समय उपयोग किए गए वाहनों और शूटरों को फिजीकली रूप से पेश करने का आदेश दिया था। जिस तहत पुलिस की ओर से सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले में नामजद किए गए आरोपित प्रियाव्रत फौजी,कुलदीप कशिश,संदीप केकड़ा,दीपक मुंडी और बलदेव निक्कू को पुलिस ने कड़े सुरक्षा प्रबंधों के तले अदालत में पेश किया गया।

    अदालत के आदेश पर शुक्रवार को मानसा के थाना सिटी-1 की पुलिस ने दोनों गाड़ियों को अदालत में पेश किया गया। पुलिस के अनुसार सिद्धू मूसेवाला की हत्या के समय बोलेरो गाड़ी में प्रियाव्रत फौजी, कुलदीप कशिश, अंकित सिरसा और दीपक मुंडी सवार थे। वहीं, कोरोला गाड़ी में जगरूप रूपा और मनप्रीत कुस्सा मौजूद थे, जिन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया था।

    गौरतलब है कि 29 मई 2022 की शाम को जिले के गांव जवाहरके में सिद्धू मूसेवाला को शूटरों की ओर से उस समय गोलियों से छलनी करते मौत के घाट उतार दिया था,जब वे अपने दो दोस्तों के साथ थार गाड़ी में अपने किसी रिशतेदार को मिलने के लिए जा रहे थे।।

    इस मामले में मानसा पुलिस ने करीब 39 व्यक्तियों को नामजद किया था। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतसर में जगरूप रूपा और मनप्रीत कुस्सा को एक मुठभेड़ में मार गिराया था। मामले में कुल चार आरोपियों की मौत हो चुकी है, जबकि पांच की गिरफ्तारी अभी बाकी है।