मोबाइल पर नहीं, अब ई-विद्या के जरिए टीवी पर पढ़ाई कर सकेंगे विद्यार्थी
पिछले दो वर्ष से कोरोना काल में आनलाइन पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए केंद्र सरकार द्वारा राहत दी गई है।

संस, बठिडा: पिछले दो वर्ष से कोरोना काल में आनलाइन पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए केंद्र सरकार द्वारा राहत दी गई है। इस बार विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई करने में असानी होगी। इसके तहत पीएम ई-विद्या योजना के तहत चैनल पर पहली से लेकर बारहवीं कक्षा तक पढ़ाई करवाने के लिए से 200 के करीब टीवी चैनलों पर एक कार्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया है, ताकि हर वर्ग के बच्चों को शिक्षा मिल सके। यह पढ़ाई कक्षा एक से बारहवीं तक के छात्रों को उनकी क्षेत्रीय भाषाओं में करवाई जाएगी।
इस योजना का मकसद गरीब व उन वर्ग के बच्चों को पहुंचाना है, जिनके पास मोबाइल फोन या इंटरनेट नहीं है। ऐसे में केंद्र सरकार का मानना है कि आज हर घर में टीवी है, इसलिए जो बच्चे मोबाइल या इंटरनेट सुविधा के कारण आनलाइन शिक्षा हासिल करने से वंचित रह जाते थे, वह अब केंद्र सरकार की पीएम इ विद्या योजना के तहत टीबी चैनलों के जरिए हासिल कर सकेंगे। इस योजना की घोषणा केंद्रीय वित्तमंत्री सीताराम ने पेश किए गए बजट में की है। वित्तमंत्री सीताराम ने कहा कि ज्यादातर कोरोना प्रभावित बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं, लेकिन कहीं न कहीं किसी कारण यह शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह रहे हैं। इसलिए ऐसे बच्चों के लिए कोविड के कारण शिक्षा को जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए वन क्लास-वन टीवी चैनल योजना शुरू किया जा रहा है। आनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए 200 ई-विद्या चैनल खोले जाएंगे, जिसमें पहली से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए गुणवत्ता पूर्व शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी, ताकि विद्यार्थी आसानी से पढ़ाई कर सकें। मोबाइल व इंटरनेट न होने वाले विद्यार्थियों की मिलेगी विशेष राहत
200 चैनल चलाए जाने पर उन विद्यार्थियों को बेहद राहत मिलेगी, जिन बच्चों के पास किसी कारण वर्ष मोबाइल इंटरनेट की सुविधा नहीं मिल पा रही है। कोरोना संक्रमण के कारण हुए लाकडाउन की स्थिति से देश व राज्य भर में शैक्षिक कार्य व अध्ययन प्रक्रिया पर काफी प्रभाव पड़ा है। इस कारण केंद्र ने राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट की सीमित उपलब्धता, संसाधनों की कमी एवं विद्यार्थियों के हित को देखते हुए उनको शैक्षिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू किए जाएंगे।
केंद्र द्वारा चैनलों को तो प्रमोट किया गया हैं, लेकिन कहीं न कहीं एक बात यह भी है, कि बच्चों को आनलाइन पढ़ाई करवाना बेहद मुश्किल कार्य है। लेकिन केंद्र अधिक चैनल खुलवाने का फैसला लिया है, तो इससे बच्चों को फायदा मिलेगा।
भिदर सिंह, अध्यापक तलवंडी साबो इस समय बच्चों के लिए स्कूल खोलने बेहद जरूरी है। बच्चों को घर पर टीवी पर स्टडी करवाना असान कार्य नहीं है। हां अगर केंद्र ने सोचा है, तो यह फैसला सही होगा। लेकिन कहीं न कहीं बच्चों को स्कूल की अधिक जरूरत है।
नीतु अरोड़ा, प्रिसिपल सिल्वर ओक्स स्कूल
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