हनीप्रीत के लिए सुखदीप के घर में लगे थे नए एसी, दरवाजे पर काला शीशा
सुखदीप कौर के घर में दो नए एसी लगे हैं। दरवाजे पर काले शीशे भी हैं। इन्हें देखकर लगता कि यह कुछ दिन पूर्व ही लगे हैं। घर में हनीप्रीत की सुख सुविधा का ध्यान रखा गया था।
बठिंडा [राजन कैंथ]। पंचकूला हिंसा की मोस्टवांटेड हनीप्रीत बठिंडा बल्लुआना गांव में राम रहीम के भरोसेमंद ड्राइवर इकबाल की पत्नी सुखदीप कौर के घर में छिपी हुई थी। घर में हनीप्रीत को कोई परेशानी न हो इसके लिए वहां एसी की व्यवस्था की गई। यही नहीं, दरवाजे पर भी काले शीशे लगाए गए, ताकि बाहर से कोई व्यक्ति अंदर न देख सके। दैनिक जागरण की टीम जब सुखदीप कौर के घर पहुंची तो वहां दो नए एसी लगे दिखे।
सुखदीप कौर डेरा प्रेमी नाजर सिंह की बहू है। हनीप्रीत ने सुखदीप कौर के साथ बठिंडा में रहने की बात पंचकूला पुलिस को बताई है। हालांकि गांव के लोगों को इस बात विश्वास नहीं हो रहा है कि हनीप्रीत यहां रही होगी। सुखदीप का पति इकबाल इंसा डेरा प्रमुख की मां को उससे मिलवाने के लिए जेल लेकर भी गया था। उस समय आशंका जताई जा रही थी कि पूर्व कांग्रेसी मंत्री हरमंदर सिंह जस्सी का करीबी नेता इकबाल सिंह बबली ढिल्लों डेरा प्रमुख की माता को जेल में मुलाकात कराने के लिए लेकर गया था। मगर सुखदीप की गिरफ्तारी के बाद अब यह बात साफ हो गई कि इकबाल सिंह ही जेल गया था।
शाह सतनाम के भरोसेमंद थे इकबाल के दादा नाजर सिंह
सुखदीप कौर के पति इकबाल के दादा नाजर सिंह पूर्व डेरा प्रमुख शाह सतनाम के भरोसेमंद लोगों में से एक थे। यह पूरा परिवार पिछले करीब 35 साल से डेरे से जुड़ा है। इस लिए पूरा परिवार ही कटर प्रेमी बन गया। नाजर सिंह के पिता भाग सिंह सीविया गांव के पूर्व सरपंच थे।
35 साल पहले शाह सतनाम आए थे बल्लुआना
ग्रामीणों के अनुसार करीब 35 साल पहले शाह सतनाम बल्लुआना में नाजर सिंह के घर आए थे। मेन रोड पर नाजर सिंह इंसा की पांच एकड़ जमीन पर किन्नू का बाग लगा हुआ था जिसे उसने डेरा प्रमुख को दान कर दी थी।
इकबाल सिंह के चाचा का भी है बठिंडा में घर
नायब सिंह बठिंडा सिविल अस्पताल में फार्मासिस्ट हैं। उनका घर गणेशा बस्ती में है। एक मकान बङ्क्षठडा की नई बस्ती में भी है। नायब सिंह के परिवार का कहना है कि उनका इकबाल सिंह के परिवार से कोई लेना देना नहीं है।
घर में कौन रुका इस बारे में पता नहीं : सरपंच
हनीप्रीत नाजर सिंह के घर पर रुकी थी या नहीं इस बारे में कोई गांववासी बोलने को तैयार नहीं है। गांव के सरपंच डॉक्टर गुरमेल सिंह ने कहा कि उन्हें यह तो पता है कि वो परिवार डेरा प्रेमी है, लेकिन नके घर कौन रहा उसके बारे में वह नहीं जानते।
कार में कौन आया, कौन गया क्या पता
पड़ोसी नसीब कौर व उसके बेटे राम पाल का कहना है कि नाजर सिंह के घर का गेट हमेशा बंद रहता है। कार में बैठ कर कौन आया, कौन गया, क्या पता चलता है।
जांच कर रहे हैं अभी नहीं मिला कोई सुराग : आइजी
आइजी बठिंडा रेंज मुखविंदर सिंह छीना का कहना है कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। हनीप्रीत के बल्लुआना में रहने का कोई सुराग अभी नहीं मिला है।
यह भी पढ़ेंः गुरमीत राम रहीम का भरोसेमंद है हनीप्रीत के संग पकड़ी गई सुखदीप का पति