लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एकजुट होने लगे डेरा प्रेमी
लंबी चुप्पी के बाद डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रेमियों ने मालवा क्षेत्र में अपनी गतिविधियां फिर से शप्रू कर दी है।

सुभाष चंद्र, ब¨ठडा : लंबी चुप्पी के बाद डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रेमियों ने मालवा क्षेत्र में अपनी गतिविधियां फिर से शप्रू कर दी है। डेरों में एक बार फिर से रौनक लौटने लगी है। डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ¨सह को सजा सुनाए जाने के बाद से डेरा प्रेमियों की गतिविधियां लगभग ठप पड़ी हुई थी। हालांकि डेरों में कभी कभार प्रेमी इकट्ठा जरूर हो जाते थे, लेकिन अब डेरा प्रेमियों ने रूटीन में ही नाम चर्चाएं करने का निर्णय ले लिया है। बिखरे हुए डेरा प्रेमी एकजुट होते दिखाई पड़ रहे हैं। ऐसा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार डेरे के सियासी ¨वग ने भी अपनी सरगर्मी बढ़ा दी है। शुक्रवार को डेरा सच्चा सौदा सिरसा के पंजाब के सबसे बड़े डेरे सलाबतपुरा में बड़ी नामचर्चा का आयोजन किया गया। इसमें ब¨ठडा, मानसा, फरीदकोट व श्री मुक्तसर साहिब चार जिलों में प्रेमियों ने भाग लिया। डेरा प्रेमियों की इस नामचर्चा ने नई चर्चा छेड़ दी है। डेरा प्रेमियों ने यह नाम चर्चा शाह सतनाम ¨सह के 100वें जन्मदिन को लेकर आयोजित की। दोपहर 12 से दो बजे तक आयोजित की गई इस नामचर्चा के लिए सुबह से प्रेमी डेरे पहुंचने शुरु हो गए थे। आखिरकार दोपहर तक डेरे में बड़ी संख्या में प्रेमी इकट्ठा हो गए थे। डेरे में तिल फेंकने को भी जगह नहीं थी। इस दौरान गुरमीत राम रहीम की रिकॉर्डिंग से नामचर्चा की गई। नामचर्चा में 25 मेंबर, 15 मेंबर कमेटी के अलावा गांवों व शहरों के भंगीदास, जिम्मेदार बहनें शामिल हुई। इस दौरान जोरा ¨सह इंसां आदमपुरा, सुखदेव ¨सह पक्खो इंसां, गुरदेव ¨सह इंसां ब¨ठडा, गुरमेल ¨सह इंसां ब¨ठडा, सेवक ¨सह इंसां गोनियाना, दर्शन कुमार इंसां भदौड़, गुरबचन ¨सह इंसां मोगा, बल¨जदर ¨सह इंसां बांडी (सभी 45 कमेटी मेंबर), गीतकार अलबेल बराड़ इंसां, मुकंद ¨सह इंसां, समाजसेवी संपूर्ण ¨सह चुंघा, रणजीत ¨सह कोटकपूरा आदि भी मौजूद थे। मास्टर मेहर ¨सह इंसां दीवाना ने मंच संचालन किया। नामचर्चा में 25 जरूरतमंद परिवारों को राशन तथा 50 जरूरतमंद परिवारों को कंबल बांटे गए।
विरोध करने वाले संगठन नहीं दिए दिखाई
डेरा सिरसा का विरोध करने वाले सिख संगठन इस नामचर्चा को लेकर कहीं दिखाई नहीं पड़े। दल खालसा के वरिष्ठ उप प्रधान बाबा हरदीप ¨सह तथा जिला प्रधान सु¨रदर ¨सह नथाना का कहना था कि उन्हें इस नामचर्चा का पता ही नहीं चला। नामचर्चा पंजाब सरकार की शह पर होने लगी हैं। राज्य सरकार की ओर से नाम चर्चा की इजाजत देना कई तरह के संदेह पैदा कर रही हैं।

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