गलवान घाटी के शहीद गुरतेज सिंह को वीर चक्कर देने की घोषणा
गलवान घाटी में 12 चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतारने वाले मानसा जिले के शहीद गुरतेज सिंह को केंद्र सरकार द्वारा वीर चक्कर देने का एलान किया गया है
गुरप्रेम लहरी मानसा
गलवान घाटी में 12 चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतारने वाले मानसा जिले के शहीद गुरतेज सिंह को केंद्र सरकार द्वारा वीर चक्कर देने का एलान किया गया है। मानसा के गांव बीरेवाला डोगरां के शहीद गुरतेज सिंह को वीर चक्कर के एलान से परिवार गर्व महसूस कर रहा है। उन्हें अपने बेटे पर गर्व है जिसने अपनी जान देश पर कुर्बान कर दी। गलवान घाटी में चीनी फौज के साथ युद्ध करते हुए 12 सैनिकों को मौत के घाट उतारने के बाद गुरतेज गंभीर रूप से घायल हो गया था। 16 जून 2020 को वह शहीद हो गया। गुरतेज सिंह के पिता विरसा सिंह ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है, जिसने देश के लिए युद्ध करते हुए 12 दुश्मनों को मौत के घाट उतारा और खुद शहीदी जाम पी गया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा उनके बेटे की याद में यादगारी गेट बनाने का वादा किया था। लेकिन अभी तक पूरा नहीं किया गया।
शहीद गुरतेज सिंह कुछ साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे। चीन से टकराव से तीन दिन पहले ही उनके बड़े भाई की शादी थी। लेकिन सीमा पर जारी तनाव की वजह से गुरतेज उस शादी में शामिल नहीं हो पाए थे। गुरतेज सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। वह पहली बार लेह-लद्दाख के इलाके में तैनात किए गए थे। वहां पर गुरतेज सिंह ने बड़ी बहादुरी के साथ दुश्मनों का सामना किया था और 12 चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया है।